भारत की मेजबानी में शुक्रवार से शुरू हो रहे कबड्डी वर्ल्ड कप के आयोजकों ने कहा है कि पाकिस्तान को दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के कारण इस टूर्नामेंट से बाहर रखा गया है. अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ (आईकेएफ) ने गुरुवार को 12 प्रतिभागी देशों के कप्तानों की मौजूदगी में कबड्डी वर्ल्ड कप-2016 के औपचारिक आगाज की घोषणा कर दी. यह पहली बार हुआ है जब ओलिंपिक खेलने वाले सभी महाद्वीपों की कबड्डी वर्ल्ड कप में मौजूदगी दिखेगी.
गुरुवार को प्रतिभागी 12 देशों के कप्तान अहमदाबाद में अपने-अपने देश की जर्सी पहनकर इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे. मेजबान भारत के साथ अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, पोलैंड, थाईलैंड, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, अर्जेंटीना और केन्या की टीमें अपनी शक्ति, कला और तकनीक के प्रदर्शन के लिए तैयार हैं. हालांकि, मौजूदा चैंपियन भारत को खिताब का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है.
कबड्डी वर्ल्ड कप के सभी मुकाबले अहमदाबाद में स्थित अत्याधुनिक स्टेडियम 'द एरीना बाय ट्रांसस्टेडिया' में खेले जाएंगे. अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ (आईबीएफ) इस टूर्नामेंट का मुख्य आयोजक है तथा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए उसने पाकिस्तानी टीम को टूर्नामेंट से बाहर रखा. आईबीएफ के प्रमुख देवराज चतुर्वेदी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम इस पर बहुत टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह फैसला (पाकिस्तान को नहीं बुलाने का) किया. हम सभी टीमों का सम्मान करते हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह दोनों देशों के हित में था.’’
गुरुवार को प्रतिभागी 12 देशों के कप्तान अहमदाबाद में अपने-अपने देश की जर्सी पहनकर इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे. मेजबान भारत के साथ अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, पोलैंड, थाईलैंड, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, जापान, अर्जेंटीना और केन्या की टीमें अपनी शक्ति, कला और तकनीक के प्रदर्शन के लिए तैयार हैं. हालांकि, मौजूदा चैंपियन भारत को खिताब का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है.
कबड्डी वर्ल्ड कप के सभी मुकाबले अहमदाबाद में स्थित अत्याधुनिक स्टेडियम 'द एरीना बाय ट्रांसस्टेडिया' में खेले जाएंगे. अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ (आईबीएफ) इस टूर्नामेंट का मुख्य आयोजक है तथा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए उसने पाकिस्तानी टीम को टूर्नामेंट से बाहर रखा. आईबीएफ के प्रमुख देवराज चतुर्वेदी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम इस पर बहुत टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह फैसला (पाकिस्तान को नहीं बुलाने का) किया. हम सभी टीमों का सम्मान करते हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह दोनों देशों के हित में था.’’
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