रेजांगला युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दिया गया - Indian Soldiers News in Hindi

दिनांक 20 नवंबर 2016 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । आयोजन का नेतृत्व महासभा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव ने किया जिसमें पटना हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश एन एस राव, रिटायर्ड एडमिरल वी पी राव,उत्तर प्रदेश सरकार के विधान पार्षद जितेंद्र यादव,बादली विधानसभा के पूर्व विधायक देवेन्द्र यादव उपस्थित हुए। 18 नवंबर 1962 को 13 कुमाऊँ रेजिमेंट के जवानों ने रेजांगला की बियाबान ऊंचाइयों पर सहादत का बेमिसाल इतिहास लिखा । भारत-चीन युद्ध के शर्मनाक घटनाक्रम में रेजांगला गर्व की मीनार जैसा है । चीन के साथ जंग के दौरान लेह से आगे चुशुल सेक्टर में पानगांग झील के साऊथ में ग्लेशियर से घिरे सुनसान इलाके रेजांगला में कुमाऊ बटालियन की चार्ली कम्पनी लगाई गई थी। सतरह हजार फीट की उस ऊंचाई पर चीनियों से लड़ने के लिए हमारे जवानों के पास दुतीय विश्वयुद्ध की 303 बोर राइफल दो इंच मोर्टार और एक हजार गोले थे । यादवो की इस कम्पनी ने पहली बार बर्फीली पहाड़ियां देखी थी । इस कंपनी का नेतृत्व मेजर शैतान सिंह कर रहे थे । इस युद्ध में 114 जवान थे जिसमें 109 जवान शहीद हो गए थे । अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव ने बताया कि रेजांगला के शहीदों को हमेशा याद किया जायेगा जिनकी शहादत ने देश वासियों को ये संदेश दिया है कि अगर इरादे बुलंद हो तो सामने खड़े हजारो दुश्मनो को धूल चटाया जा सकता है । देश उन वीरों को हमेशा याद करता रहेगा जिनकी बीरता की कोई सानी नहीं है । महासभा प्रत्येक वर्ष देश के लिए कुर्बान हुए उन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन करता है। इस मौके पर मुख्य टीम के पदाधिकारी,युवा टीम,महिला टीम के साथ-साथ हजारों की संख्या में लोग उपस्थित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि दिया । साथ ही कार्यक्रम में आये हुये सभी लोगो ने सरकार से थल सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग भी की गई।





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