नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं. भारत के केरल राज्य की एक घटना को उन्होंने मानवता के लिहाज से एक बेहतरीन उदाहरण बताया है. गौरतलब है कि हाल ही में केरल में ब्रेन डेड घोषित किए गए एक ईसाई शख्स जोसेफके शरीर के अंगों को उसके परिजनों ने ट्रांसप्लांट कराने का साहसिक फैसला लिया. इस शख्स के हाथ एक मुस्लिम शख्स अब्दुल रहीम को ट्रांसप्लांट किए गए. केरल के अमृता हॉस्पिटल में इस ऑपरेशन को एक हिंदू डॉक्टर डॉक्टर सुब्रह्मण्यम अय्यर ने अंजाम दिया.
शोएब ने अपने ट्विटर एकाउंट पर एक फोटो शेयर किया जिसमें जोसेफ के परिवार के सदस्य (जोसेफ की पत्नी और बेटी) रहीम को लगाए गए हाथों को देख रही हैं. शोएब अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'इसे आप मानवता कहते हैं. जोसेफ के परिजनों और डॉक्टरसुब्रह्मण्यम अय्यर को बहुत-बहुत धन्यवाद. शायद हमें इस तरह के लोगों की और जरूरत है. ' 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' ने इस बात को मानवता का प्रतीक माना कि एक ईसाई शख्स के आर्गन्स उसके परिजनों की सहमति से दान किए गए. जोसेफ के हाथों ने एक तरह से दोनों हाथ गंवा चुके अब्दुल रहीम को नई जिंदगी दी और एक हिंदू डॉक्टर अय्यर ने इस सर्जरी को अंजाम दिया.
गौरतलब है कि अपने क्रिकेट खेलने के दिनों में शोएब अख्तर को बल्लेबाजों के लिए खौफ का पर्याय माना जाता था. वे और ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली लगातार 150 किमी प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे. पाकिस्तान टीम की कई जीतों में शोएब अख्तर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी20 मैच खेले. टेस्ट क्रिकेट में 178, वनडे में 247 और टी20 में 19 विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं. शोएब ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच वर्ष 2011 में न्यजीलैंड के खिलाफ वनडे के रूप में खेला था.
शोएब ने अपने ट्विटर एकाउंट पर एक फोटो शेयर किया जिसमें जोसेफ के परिवार के सदस्य (जोसेफ की पत्नी और बेटी) रहीम को लगाए गए हाथों को देख रही हैं. शोएब अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'इसे आप मानवता कहते हैं. जोसेफ के परिजनों और डॉक्टरसुब्रह्मण्यम अय्यर को बहुत-बहुत धन्यवाद. शायद हमें इस तरह के लोगों की और जरूरत है. ' 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' ने इस बात को मानवता का प्रतीक माना कि एक ईसाई शख्स के आर्गन्स उसके परिजनों की सहमति से दान किए गए. जोसेफ के हाथों ने एक तरह से दोनों हाथ गंवा चुके अब्दुल रहीम को नई जिंदगी दी और एक हिंदू डॉक्टर अय्यर ने इस सर्जरी को अंजाम दिया.
गौरतलब है कि अपने क्रिकेट खेलने के दिनों में शोएब अख्तर को बल्लेबाजों के लिए खौफ का पर्याय माना जाता था. वे और ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली लगातार 150 किमी प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे. पाकिस्तान टीम की कई जीतों में शोएब अख्तर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी20 मैच खेले. टेस्ट क्रिकेट में 178, वनडे में 247 और टी20 में 19 विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं. शोएब ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच वर्ष 2011 में न्यजीलैंड के खिलाफ वनडे के रूप में खेला था.
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