मिस वर्ल्ड 2017 की विजेता हैं मिस इंडिया मानुषी छिल्लर - indias manushi chillar crowned miss world 2017

सान्या(चीन): भारत की मानुषी छिल्लर ने मिस वर्ल्ड 2017 का प्रतिष्ठित ताज अपने नाम कर लिया है. उनसे पहले ये खिताब 17 साल पहले 2000 में प्रियंका चोपड़ा ने जीता था. छिल्लर ने चीन के सान्या शहर एरीना में आयोजित समारोह में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 108 सुंदरियों को पछाड़ कर यह खिताब अपने नाम किया है.

मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मानुषी के विजेता बनने की घोषणा की गई. ट्वीट में कहा गया है, ‘‘मिस इंडिया वर्ल्ड की विजेता, मिस इंडिया मानुषी छिल्लर हैं.’’ मानुषी इंग्लैंड, फ्रांस, कीनिया और मैक्सिको की प्रतिभागियों के साथ आखिरी पांच दावेदारों में शामिल हुईं.

प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर मिस इंग्लैंड स्टेफनी हिल और तीसरे स्थान पर मिस मैक्सिको आंद्रिया मेजा रहीं. पिछले साल की मिस वर्ल्ड स्टीफेनी डेल वेले ने मानुषी को ताज पहनाया.

शीर्ष पांच प्रतिभागियों में जगह बनाने के बाद मानुषी से सवाल किया गया कि उनके मुताबिक कौन सा पेशा सर्वाधिक वेतन का हकदार है? उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मां सबसे ज्यादा सम्मान की हकदार है और जब आप वेतन की बात करते हैं तो यह सिर्फ नकदी नहीं है बल्कि मेरा मानना है कि यह प्रेम और सम्मान है जो आप किसी को देते हैं. मेरी मां मेरी जिंदगी में सबसे बड़ी प्रेरणा रही हैं.’’ मानुषी ने कहा, ‘‘सभी मांएं अपने बच्चों के बहुत कुछ त्याग करती हैं. इसलिए मुझे लगता है कि मां का काम सबसे अधिक वेतन का हकदार है.’’ इससे पहले साल 2000 में प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनीं थीं. वर्ष 1999 में यह खिताब भारतीय सुंदरी युक्ता मुखी के नाम हुआ था.



साल 1997 में डायना हेडन और 1994 में ऐश्वर्या राय मिस वर्ल्ड बनीं थी. मिस वर्ल्ड बनने वाली पहली भारतीय सुंदरी रीटा फारिया हैं जिन्होंने 1966 में यह खिताब अपने नाम किया था. मिस वर्ल्ड की वेबसाइट पर मौजूद मानुषी के प्रोफाइल के अनुसार हृदय रोग सर्जन बनना चाहती हैं और ग्रामीण इलाकों में बहुत सारे गैर लाभकारी अस्पताल खोलना चाहती हैं.

वह प्रशिक्षित शास्त्रीय नृत्यांग्ना हैं. उनको खेल-कूद में काफी दिलचस्पी है. स्केचिंग और पेटिंग भी उन्हें पसंद है. वेबसासइट पर निजी जिंदगी का उनका मकसद के बारे में लिखा गया है, ‘‘जब आप सपना देखना बंद कर देते हैं तो जीना बंद कर देते हैं और अपने सपनों में उड़ान भरने का हौसला खो देते हैं. खुद पर भरोसे की क्षमता आपकी जिंदगी को जीने लायक बनाती है.’’
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