नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की और कहा कि किराए में वृद्धि वापस लेने पर उनकी सरकार खर्च को आंशिक रूप से वहन करने को तैयार है. बहरहाल, पुरी ने कहा कि सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति की ओर से तय किए गए किराए को वापस लेने का अधिकार न तो केंद्र के पास है और न ही दिल्ली के पास है.
पुरी ने दावा किया कि इस साल अक्तूबर में तीन अलग अलग दिनों में यात्रियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले अधिक रही. उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डीटीसी के यात्रियों में कमी और बसों के कमी पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. केजरीवाल ने कहा कि मेट्रो किराये में भारी बढ़ोतरी से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के साथ आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के यात्रा पैटर्न पर असर हो रहा है.
शहरी एवं आवासीय मामलों के मंत्री को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल नवंबर महीने की तुलना में इस साल नवंबर में यात्रियों की संख्या में करीब 10.5 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने कहा, ‘‘अतीत के आंकड़ों और डीएमआरसी के दावों से यह संकेत मिलता है कि यात्री फेरे में करीब 8.5-9 फीसदी की बढ़ोतरी होती है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने पहले के प्रस्ताव को दोहराता हूं कि किराए में बढ़ोतरी वापस होने की स्थिति में दिल्ली सरकार नुकसान का आधा वहन करने को तैयार है.’’
पिछले महीने आरटीआई के जरिए पता चला था कि 10 अक्तूबर को किराये में बढ़ोतरी के कदम के प्रभावी होने के बाद मेट्रो में एक दिन में तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की कमी आई. बाद में पुरी ने दावा किया कि यात्रियों की संख्या में कमी को किराए में बढ़ोतरी से नहीं जोड़ा जा सकता.
पुरी ने दावा किया कि इस साल अक्तूबर में तीन अलग अलग दिनों में यात्रियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले अधिक रही. उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डीटीसी के यात्रियों में कमी और बसों के कमी पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. केजरीवाल ने कहा कि मेट्रो किराये में भारी बढ़ोतरी से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के साथ आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के यात्रा पैटर्न पर असर हो रहा है.
शहरी एवं आवासीय मामलों के मंत्री को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल नवंबर महीने की तुलना में इस साल नवंबर में यात्रियों की संख्या में करीब 10.5 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने कहा, ‘‘अतीत के आंकड़ों और डीएमआरसी के दावों से यह संकेत मिलता है कि यात्री फेरे में करीब 8.5-9 फीसदी की बढ़ोतरी होती है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने पहले के प्रस्ताव को दोहराता हूं कि किराए में बढ़ोतरी वापस होने की स्थिति में दिल्ली सरकार नुकसान का आधा वहन करने को तैयार है.’’
पिछले महीने आरटीआई के जरिए पता चला था कि 10 अक्तूबर को किराये में बढ़ोतरी के कदम के प्रभावी होने के बाद मेट्रो में एक दिन में तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की कमी आई. बाद में पुरी ने दावा किया कि यात्रियों की संख्या में कमी को किराए में बढ़ोतरी से नहीं जोड़ा जा सकता.
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