भविष्य में टीम इंडिया के प्रमुख गेंदबाज हो सकते है ये युवा तेज गेंदबाज - mohammed shami ouster make create space for these 5 young pacers

नई दिल्ली: पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा था कि जिस तरह भारत में तेज गेंदबाजों का विकास हो रहा है, वह भारतीय क्रिकेट के लिए शुभ संकेत है. मैक्ग्रा ने जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों की खूब सराहना की थी. ये चारों ही गेंदबाज टीम इंडिया में रहे. जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने तो वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी गहरी छाप छोड़ी, लेकिन उमेश यादव जहां टेस्ट क्रिकेट तक सीमित रहे. वहीं मोहम्मद शमी अपनी पत्नी से विवाद के चलते करियर के दोराहे पर खड़े हैं. ऐसे में एक बार भारत को उभरते हुए युवा तेज गेंदबाजों की तरफ देखना होगा. यहां हम ऐसे ही कुछ युवा तेज गेंदबाजों का जिक्र करेंगे जो भविष्य में टीम इंडिया के प्रमुख गेंदबाज हो सकते है:

 1. शिवम मावी: नोएडा में पैदा हुए 19 वर्षीय शिवम मावी 2018 की अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे. जनवरी 2018 में उन्हें कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने आईपीएल 2018 ऑक्शन में खरीद कर उनके करियर को एक नई दिशा दी है. दायें हाथ के इस आक्रामक तेज गेंदबाज ने न्यूजीलैंड में हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप में 11 विकेट लिए थे. दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज की आक्रामकता पर कोच राहुल द्रविड़ ने भी इन्हें समझाते हुए कहा था कि उन्हें अपने खेल पर फोकस करना चाहिए. मावी 140 की स्पीड पर गेंद डालते हैं और वे गेंदों को स्विंग कराने के माहिर माने जाते हैं. अंडर 19 में उन्होंने दूसरे तेज गेंदबाज कमलेश नाकरकोटी के साथ विपक्षी टीमों को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाई. शिवम को एक ऑल राउंडर के रूप में देखा जाता है. इस वर्ष के आईपीएल में उनका प्रदर्शन उनके लिए भविष्य के द्वार खोलेगा.


2. अश्विन क्रिस्ट: अश्विन को तमिलनाडु के पेस विभाग का प्रमुख माना जाता है. अनेक मौकों पर उन्होंने अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान किया है. अश्विन ने रणजी ट्रॉफी में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा 35 विकेट लिए. विजय हजारे ट्रॉफी मे भी 20 विकेट लेकर वह शीर्ष गेंदबाज रहे थे. घरेलू प्रतियोगिता में उनके लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के कारण ही उन्हें अंडर 23 में भारत की तरफ से खेलने का मौका मिला. क्रिस्ट ने 23 फर्स्ट क्लास मैचों में 69 विकेट लिए. उनका औसत 28.89 का रहा. इससे पता चलता है कि वह कितने प्रभावशाली गेंदबाज हैं. 2016 में रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में क्रिस्ट ने कर्नाटक के छह बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था. मैकग्राथ भी क्रिस्ट की प्रशंसा कर चुके हैं. इस गेंदबाज में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने की पूरी क्षमता है.


3. कमलेश नागरकोटी: युवा तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी का नाम हाल में संपन्न हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप में उनकी स्पीड को लेकर काफी चर्चा में रहा था. उन्होंने 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदें फेंकी थीं. वह लगातार 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदें फेंकते हैं. अंडर 19 वर्ल्ड कप में कमलेश ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी रफ्तार से बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था. 2016-17 में कमलेश ने विजय हजारे ट्रॉफी में राजस्थान की तरफ से डेब्यू किया था. कमलेश के कोच सुरेंद्र राठोड़ कहते हैं कि कमलेश का जन्म ही तेज गेंदबाजी के लिए हुआ है. आईपीएल 2018 आक्शन में कमलेश को कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) ने 3.2 करोड़ में खरीदा है. इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितने उमदा गेंदबाज हैं. यह तय लगता है कि उन्हें भी देर सवेर टीम इंडिया का हिस्सा बनना है.



4. रजनीश गुरबाणी: 28 जनवरी 1993 को नागपुर में जन्मे रजनीश गुरबाणी विदर्भ के लिए खेलते हैं. फर्स्ट क्लास में वह 11 मैचों की 20 पारियों में 56 विकेट ले चुके हैं. इनमें एक बार 68 रन पर 7 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है. वह 14 टी-20 में भी13 विकेट ले चुके हैं. रजनीश को यंग भुवनेश्वर कहा जाता है. 2017-18 रणजी ट्रॉफी में विदर्भ की सफलता में रजनीश का अहम हाथ था. इस टूर्नामेंट में रजनीश ने दूसरे नंबर पर सर्वाधिक 39विकेट लिए थे. दिल्ली के खिलाफ पहली पारी में रजनीश ने हैट्रिक ली. उन्होंने इस मैच में 59 रन देकर 6 विकेट लिए. दाएं हाथ का यह मीडियम पेसर भी टीम इंडिया में शामिल होने के लिए दस्तक दे रहा है.


5. नवदीप सैनी: आईपीएल 2018 की नीलामी में जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने युवा नवदीप सैनी को तीन करोड़ में खरीदा तो लोग ये सोचने पर मजबूर हो गए कि इसमें ऐसी क्या खास बात है. हरियाणा में जन्में और दिल्ली के लिए खेलने वाले नवदीप सैनी दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं. फर्स्ट क्लास के 31 मैचों की 56 पारियों में वह 96 विकेट ले चुके हैं. उनकी इकोनॉमी 2.78 की रही है. वह लगातार एक बेहतरीन गेंदबाज के रूप में निखर रहे हैं. इस आईपीएल में यदि वह बढ़िया प्रदर्शन करते हैं तो टीम इंडिया में आने की उनकी संभावनाएं बढ़ सकती हैं.


यह सभी खिलाड़ी अभी कम उम्र हैं और इन्हें खुद को अभी और साबित करके दिखाना है. अब देखना होगा कि इनमें से कौन-कौन अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार करके और आईपीएल में अपनी छाप छोड़कर टीम इंडिया में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहते हैं. 
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