कोलंबो : बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने कहा कि निडास टी20 त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में भारत के हाथों मिली हार पर गम करने का कोई फायदा नहीं, बल्कि उन्हें भविष्य में इन गलतियों को सुधारने पर ध्यान लगाना चाहिए. शाकिब से जब यह पूछा गया कि इस हार के बाद अपनी भावनाओं को छुपाना कितना मुश्किल था. उन्होंने कहा, ‘‘सच कहूं तो मुझे नहीं पता. लेकिन इसका गम करने का कोई मतलब नहीं. हां, ऐसे मौकों पर कुछ भावनाएं जुड़ी हो सकती हैं लेकिन इसमें कुछ नहीं किया जा सकता.’’
विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (आठ गेंद में 29 रन) ने अंतिम गेंद में छक्का जमाया जिससे भारत ने चार विकेट से जीत दर्ज की. जबकि इससे ठीक पिछले मैच में ही बांग्लादेश ने कुछ इसी तरह से एक गेंद शेष रहते श्रीलंका को हराया था. जिसमें मेहमूदुल्लाह ने आखिरी ओवर की पांचवी गेंद पर ही छक्का मार कर बांग्लादेश को जीत दिलाई थी.
शाकिब ने कहा, ‘‘घड़ी की सुईं घुमाना संभव नहीं है, इसलिये जब भी भविष्य में ऐसी स्थिति बने तो हमें बेहतर करना होगा. हमने कई करीबी मैच और फाइनल गंवाएं हैं.’’ शाकिब ने ‘द डेली स्टार’ से कहा, ‘‘यह पांचवां फाइनल था और सभी करीबी मैच थे. सबसे करीबी मुझे लगता है कि एशिया कप था और आज (रविवार) का मैच था. मुझे लगता है कि यह एशिया कप से भी करीबी था.’’
इस मैच में जब भारत को जीत के लिए आखिरी गेंद पर पांच रनों की जरूरत थी तब दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगा कर भारत को जीत दिलाई थी जिस पर शाकिबर पछताना नहीं चाहते. उन्होंने कहा है कि अगर इस मैच जैसी परिस्थति दोबारा आती है तो वह एक बार फिर रूबेल हुसैन को 19वां ओवर देंगे. रुबेल ने 19वें ओवर में 22 रन खर्च किए थे और यहीं से मैच बांग्लादेश के हाथ से निकलना शुरू हो गया था.
कार्तिक जब बल्लेबाजी करने आए तब भारत का स्कोर 18 ओवरों की समाप्ति पर पांच विकेट पर 133 रन था। भारत को जीत के लिए आखिरी दो ओवरों में 34 रनों की दरकार थी. कार्तिक ने आते ही रुबेल द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में दो शानदार छक्कों की मदद से 22 रन बटोरे. आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का मार बांग्लादेश को खिताबी जीत से महरूम रख दिया.
वहीं इस हार का जिम्मेदार रुबेल खुद को मान रहे हैं और इसके लिए वह प्रशंसकों से माफी चाहते हैं. रुबेल का मानना है कि 19वें ओवर में अपनी गेंदबाजी से भारतीय खिलाड़ियों को दिए 22 रन ही बांग्लादेश की हार के लिए जिम्मेदार हैं, जिसके कारण भारत उनके पंजों से जीत को छीन कर ले गया.
बांग्लादेश समाचार पत्र 'प्रोथोम आलो' को दिए एक बयान में रुबेल ने कहा, "मैं इस हार के बाद बेहद खराब महसूस कर रहा हूं. मैंने नहीं सोचा था कि इस हार का कारण मैं बनूंगा. हम फाइनल में जीत के इतने करीब थे, लेकिन मेरी वजह से हम मैच हार गए. मैं प्रशंसकों से इस हार की माफी चाहता हूं."
गौरतलब है कि बांग्लादेश के खिलाड़ी काफी भावनापूर्वक खेल को लेते हैं जिसका असर मैदान पर साफ दिखाई देता है और यह उनकी ताकत भी है. इसका एक नकारात्मक रूप श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मैच में भी दिखा था. लेकिन शाकिब के बयान से लगता है कि टीम इन सबसे आगे जाना चाहती है. इसी मैच में दोनों टीमों के बीच खिलाड़ी एक दूसरे पर गुस्से का इजहार करते भी नजर आए जबकि एक समय ऐसा था कि शाकिब ने अंतिम ओवर में अपने दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन वापस आने तक को कह दिया था.
बताया गया था शाकिब अंपायर के एक फैसले से नाखुश थे जिसकी वजह से मेहमूदुल्लाह अंतिम गेंदों में बल्लेबाजी करने के बजाए दूसरे छोर पर होते लेकिन अंततः ऐसा नहीं हुआ खेल पूरा हुआ और मेहमूदुल्लाह ने टीम को जीत भी दिलाई. इस जीत के बाद पूरी टीम ने मैदान पर ही जम कर नागिन डांस किया था जिसके वीडियो भी काफी वायरल हुआ था.
मैच के बाद भी बांग्लादेशी खिलाड़ियों की उग्रता का मामला सामने आया जब पवेलियन में बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने तोड़फोड़ की. टूटे कांचों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई.
बांग्लादेशी खिलाड़ियों का यह व्यवहार काफी नापसंद किया गया. बांग्लादेशी खिलाड़ियों की श्रीलंका खिलाड़ी से ‘झड़पों’ का ही नतीजा था कि फाइनल में श्रीलंकाई समर्थक पूरी तरह से भारत के समर्थन में नजर आए. और भारत की जीत पर जम कर खुशियां मनाते दिखे जैसे श्रीलंका ने ही बांग्लादेश को हराया हो.
विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (आठ गेंद में 29 रन) ने अंतिम गेंद में छक्का जमाया जिससे भारत ने चार विकेट से जीत दर्ज की. जबकि इससे ठीक पिछले मैच में ही बांग्लादेश ने कुछ इसी तरह से एक गेंद शेष रहते श्रीलंका को हराया था. जिसमें मेहमूदुल्लाह ने आखिरी ओवर की पांचवी गेंद पर ही छक्का मार कर बांग्लादेश को जीत दिलाई थी.
शाकिब ने कहा, ‘‘घड़ी की सुईं घुमाना संभव नहीं है, इसलिये जब भी भविष्य में ऐसी स्थिति बने तो हमें बेहतर करना होगा. हमने कई करीबी मैच और फाइनल गंवाएं हैं.’’ शाकिब ने ‘द डेली स्टार’ से कहा, ‘‘यह पांचवां फाइनल था और सभी करीबी मैच थे. सबसे करीबी मुझे लगता है कि एशिया कप था और आज (रविवार) का मैच था. मुझे लगता है कि यह एशिया कप से भी करीबी था.’’
इस मैच में जब भारत को जीत के लिए आखिरी गेंद पर पांच रनों की जरूरत थी तब दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगा कर भारत को जीत दिलाई थी जिस पर शाकिबर पछताना नहीं चाहते. उन्होंने कहा है कि अगर इस मैच जैसी परिस्थति दोबारा आती है तो वह एक बार फिर रूबेल हुसैन को 19वां ओवर देंगे. रुबेल ने 19वें ओवर में 22 रन खर्च किए थे और यहीं से मैच बांग्लादेश के हाथ से निकलना शुरू हो गया था.
कार्तिक जब बल्लेबाजी करने आए तब भारत का स्कोर 18 ओवरों की समाप्ति पर पांच विकेट पर 133 रन था। भारत को जीत के लिए आखिरी दो ओवरों में 34 रनों की दरकार थी. कार्तिक ने आते ही रुबेल द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में दो शानदार छक्कों की मदद से 22 रन बटोरे. आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का मार बांग्लादेश को खिताबी जीत से महरूम रख दिया.
वहीं इस हार का जिम्मेदार रुबेल खुद को मान रहे हैं और इसके लिए वह प्रशंसकों से माफी चाहते हैं. रुबेल का मानना है कि 19वें ओवर में अपनी गेंदबाजी से भारतीय खिलाड़ियों को दिए 22 रन ही बांग्लादेश की हार के लिए जिम्मेदार हैं, जिसके कारण भारत उनके पंजों से जीत को छीन कर ले गया.
बांग्लादेश समाचार पत्र 'प्रोथोम आलो' को दिए एक बयान में रुबेल ने कहा, "मैं इस हार के बाद बेहद खराब महसूस कर रहा हूं. मैंने नहीं सोचा था कि इस हार का कारण मैं बनूंगा. हम फाइनल में जीत के इतने करीब थे, लेकिन मेरी वजह से हम मैच हार गए. मैं प्रशंसकों से इस हार की माफी चाहता हूं."
गौरतलब है कि बांग्लादेश के खिलाड़ी काफी भावनापूर्वक खेल को लेते हैं जिसका असर मैदान पर साफ दिखाई देता है और यह उनकी ताकत भी है. इसका एक नकारात्मक रूप श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मैच में भी दिखा था. लेकिन शाकिब के बयान से लगता है कि टीम इन सबसे आगे जाना चाहती है. इसी मैच में दोनों टीमों के बीच खिलाड़ी एक दूसरे पर गुस्से का इजहार करते भी नजर आए जबकि एक समय ऐसा था कि शाकिब ने अंतिम ओवर में अपने दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन वापस आने तक को कह दिया था.
बताया गया था शाकिब अंपायर के एक फैसले से नाखुश थे जिसकी वजह से मेहमूदुल्लाह अंतिम गेंदों में बल्लेबाजी करने के बजाए दूसरे छोर पर होते लेकिन अंततः ऐसा नहीं हुआ खेल पूरा हुआ और मेहमूदुल्लाह ने टीम को जीत भी दिलाई. इस जीत के बाद पूरी टीम ने मैदान पर ही जम कर नागिन डांस किया था जिसके वीडियो भी काफी वायरल हुआ था.
मैच के बाद भी बांग्लादेशी खिलाड़ियों की उग्रता का मामला सामने आया जब पवेलियन में बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने तोड़फोड़ की. टूटे कांचों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई.
बांग्लादेशी खिलाड़ियों का यह व्यवहार काफी नापसंद किया गया. बांग्लादेशी खिलाड़ियों की श्रीलंका खिलाड़ी से ‘झड़पों’ का ही नतीजा था कि फाइनल में श्रीलंकाई समर्थक पूरी तरह से भारत के समर्थन में नजर आए. और भारत की जीत पर जम कर खुशियां मनाते दिखे जैसे श्रीलंका ने ही बांग्लादेश को हराया हो.
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