नई दिल्ली: 'पान सिंह तोमर' और 'साहब बीवी और गैंगस्टर' जैसी फिल्में बना चुके डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया इन दिनों में लखनऊ में अपनी अगली फिल्म 'मिलन टॉकीज' की शूटिंग कर रहे हैं. शूटिंग के दौरान तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि सरकार फिल्म-उद्योग को गंभीरता से नहीं लेती और इसके बजाय इसका 'प्रचार उपकरण (publicity tool)' के रूप में इस्तेमाल करती है. तिग्मांशु यहां अभिनेता अली फजल और श्रद्धा श्रीनाथ के साथ शूटिंग कर रहे हैं. ये फिल्म सिंगल स्क्रीन थिएटरों के दौर की प्रेम कहानी है.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सिंगल स्क्रीन थियेटर्स फिर लौटेंगे. मैंने लगभग आठ से नौ साल पहले भविष्यवाणी की थी कि सिर्फ बड़ी फिल्में ही थिएटर तक पहुंचेंगी और मध्यम और छोटी फिल्में हॉल तक नहीं पहुंच पाएंगी. इसमें बहुत अधिक विपणन और प्रचार लागत शामिल होती है..लेकिन फिर वे कहां जाएंगे? हर कोई नेटफ्लिक्स या वेब पर नहीं जाएगा. इसलिए, मुझे लगता है कि सिंगल थिएटर्स लौटेंगे."
क्या सरकार कोई मदद कर सकती है? इस पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ने कहा, "सरकार क्या करेगी? सरकार चाहे पुरानी हो या नई...वे सिनेमा को प्रचार उपकरण के रूप में देखते हैं...लेकिन वे फिल्म उद्योग को गंभीरता से नहीं लेते, इसलिए हमारी फिल्में खत्म हो रही हैं."
तिग्मांशु ने कहा, "हर हफ्ते हमारे यहां बड़ी हॉलीवुड फिल्में आती हैं और उनकी विभिन्न भारतीय भाषाओं में डबिंग हो रही है. चीन हर साल रिलीज होने वाली विदेशी फिल्मों की संख्या नियंत्रित रखता है और यहां हम कितनी भी फिल्मों को आने देते हैं. सरकार को कोई परवाह नहीं है." उन्होंने 'मिलन टॉकीज' को 'छोटे शहर की प्यारी सी प्रेम' कहानी के रूप में वर्णित किया, लखनऊ और मथुरा में इसकी शूटिंग होगी.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सिंगल स्क्रीन थियेटर्स फिर लौटेंगे. मैंने लगभग आठ से नौ साल पहले भविष्यवाणी की थी कि सिर्फ बड़ी फिल्में ही थिएटर तक पहुंचेंगी और मध्यम और छोटी फिल्में हॉल तक नहीं पहुंच पाएंगी. इसमें बहुत अधिक विपणन और प्रचार लागत शामिल होती है..लेकिन फिर वे कहां जाएंगे? हर कोई नेटफ्लिक्स या वेब पर नहीं जाएगा. इसलिए, मुझे लगता है कि सिंगल थिएटर्स लौटेंगे."
क्या सरकार कोई मदद कर सकती है? इस पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ने कहा, "सरकार क्या करेगी? सरकार चाहे पुरानी हो या नई...वे सिनेमा को प्रचार उपकरण के रूप में देखते हैं...लेकिन वे फिल्म उद्योग को गंभीरता से नहीं लेते, इसलिए हमारी फिल्में खत्म हो रही हैं."
तिग्मांशु ने कहा, "हर हफ्ते हमारे यहां बड़ी हॉलीवुड फिल्में आती हैं और उनकी विभिन्न भारतीय भाषाओं में डबिंग हो रही है. चीन हर साल रिलीज होने वाली विदेशी फिल्मों की संख्या नियंत्रित रखता है और यहां हम कितनी भी फिल्मों को आने देते हैं. सरकार को कोई परवाह नहीं है." उन्होंने 'मिलन टॉकीज' को 'छोटे शहर की प्यारी सी प्रेम' कहानी के रूप में वर्णित किया, लखनऊ और मथुरा में इसकी शूटिंग होगी.
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