नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली किडनी की समस्या से जुड़ी बीमारी के कारण अस्वस्थ हैं. इलाज के लिए जल्द ही उनका ऑपरेशन हो सकता है. अस्वस्थता के चलते अगले सप्ताह होने वाली उनकी लंदन यात्रा को भी निरस्त कर दिया गया है. वित्त मंत्री ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि वह घर से ही काम करेंगे.
जेटली (65) को हालांकि अभी तक अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है, लेकिन उन्हें संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक बैठकों में जाने से मना किया गया है. जेटली सोमवार से कार्यालय भी नहीं जा रहे हैं. राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद उन्होंने अभी तक संसद सदस्य की शपथ भी नहीं ली है. राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनका पिछला कार्यकाल 2 अप्रैल को समाप्त हो चुका है. जेटली को उत्तर प्रदेश से पुन: राज्यसभा सदस्य चुना गया है.
हाल ही में राज्यसभा की 58 सीट के लिए हुए चुनाव में से 53 सदस्यों ने पिछले दो दिन में सदस्यता की शपथ ले ली है. शपथ नहीं लेने वाले पांच सदस्यों में जेटली भी शामिल हैं. अस्वस्थता के चलते जेटली को विदेशी दौरों के साथ साथ कई सार्वजिनक कार्यक्रमों को भी निरस्त करना पड़ा है. पिछले एक सप्ताह के दौरान वह दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में उपस्थित नहीं हुए जहां वक्ता के तौर पर उनका नाम शामिल था. अगले सप्ताह लंदन की उनकी यात्रा को भी निरस्त कर दिया गया है. उन्हें 10वीं ब्रिटेन-भारत आर्थिक एवं वित्तीय बातचीत में भाग लेने अगले सप्ताह लंदन जाना था.
केन्द्र में 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही जेटली का बड़ा ऑपरेशन हुआ था. सूत्रों का मानना है कि मौजूदा अस्वस्थता उसी से जुड़ी हो सकती है.
जेटली (65) को हालांकि अभी तक अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है, लेकिन उन्हें संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक बैठकों में जाने से मना किया गया है. जेटली सोमवार से कार्यालय भी नहीं जा रहे हैं. राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद उन्होंने अभी तक संसद सदस्य की शपथ भी नहीं ली है. राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनका पिछला कार्यकाल 2 अप्रैल को समाप्त हो चुका है. जेटली को उत्तर प्रदेश से पुन: राज्यसभा सदस्य चुना गया है.
हाल ही में राज्यसभा की 58 सीट के लिए हुए चुनाव में से 53 सदस्यों ने पिछले दो दिन में सदस्यता की शपथ ले ली है. शपथ नहीं लेने वाले पांच सदस्यों में जेटली भी शामिल हैं. अस्वस्थता के चलते जेटली को विदेशी दौरों के साथ साथ कई सार्वजिनक कार्यक्रमों को भी निरस्त करना पड़ा है. पिछले एक सप्ताह के दौरान वह दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में उपस्थित नहीं हुए जहां वक्ता के तौर पर उनका नाम शामिल था. अगले सप्ताह लंदन की उनकी यात्रा को भी निरस्त कर दिया गया है. उन्हें 10वीं ब्रिटेन-भारत आर्थिक एवं वित्तीय बातचीत में भाग लेने अगले सप्ताह लंदन जाना था.
केन्द्र में 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही जेटली का बड़ा ऑपरेशन हुआ था. सूत्रों का मानना है कि मौजूदा अस्वस्थता उसी से जुड़ी हो सकती है.
0 comments:
Post a Comment