रेप की घटना के विरोध में कैंडल मार्च किया कांग्रेस पार्टी ने - kathua rape case how can someone demand to save the guilty rahul gandhi

नई दिल्ली: कठुआ और उन्नाव में गैंगरेप की घटना के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने इंडिया गेट पर गुरुवार रात 12 बजे कैंडल मार्च किया. एक घंटे से ज्यादा समय तक इस मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया. इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मार्च में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रियंका गांधी ने भी हिस्सा लिया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी  रात करीब सवा बारह बजे मार्च में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में एक के बाद एक महिलाओं और बच्चियों के साथ घटनाएं हो रही हैं. चाहे बात उन्नाव की हो या फिर कठुआ की हम महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ और इसके विरोध में ही यहां खड़े हैं. राहुल गांधी ने कहा कि यहां आम जनता, सभी पार्टी के लोग और महिलाएं खड़ी हैं. आज हिंदुस्तान की महिलाएं बाहर निकलने से डरने लगी हैं. यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है, यह हमारी महिलाओं की सुरक्षा का  मामला है. महिलाओं के खिलाफ जो अत्याचार हो रहे हैं उसके खिलाफ सरकार को कुछ करना चाहिए. बच्चियों और महिलाओं के साथ हिंसा और बलात्कार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है.


मार्च के दौरान ही प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की महिला नेताओं के साथ मिलकर इंडिया गेट पर सांकेतिक धरना भी दिया. इस दौरान प्रियंका ने कहा कि वह यहां एक मां के तौर पर आई हूं. मां होने के नाते मुझे भी डर लगता है. गौरतलब  है कि कैंडल मार्च में शामिल होने से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 'करोड़ों भारतीयों की तरह आज मेरा मन भी दुखी है. भारत में महिलाओं के साथ जो व्यवहार हो रहा है उसे सहन नहीं किया जा सकता. इस हिंसा के ख़िलाफ़ और इंसाफ़ की मांग के लिए आज रात को इंडिया पर मेरे साथ मौन, शांतिपूर्ण कैंडल मार्च में शामिल हों.



इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्नाव रेप मामले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के बाद आज कठुआ में नन्ही बच्ची से गेंगरेप और उसकी नृशंस हत्या को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की एक बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या की घटना को ‘अकल्पनीय नृशंसता’ बताया.

राहुल गांधी ने हैरानी जताई कि कोई भी व्यक्ति दोषियों को बचाने की मांग कैसे कर सकता है? कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘उन्हें (अपराधियों को) सजा दिए बिना नहीं छोड़ना चाहिए.’’ राहुल ने इस अपराध को लेकर की जा रही राजनीति की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह का पाप करने वाले दोषियों का कोई कैसे संरक्षण कर सकता है.’’



उन्होंने कहा कि किसी बच्चे के खिलाफ हिंसा मानवता के खिलाफ अपराध है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘हम लोग क्या हो गए हैं कि एक बेकसूर बच्ची से की गई ऐसी अकल्पनीय नृशंसता में हम राजनीतिक दखलंदाजी की इजाजत देंगे.’’

गौरतलब है कि बकरवाल मुस्लिम समुदाय की बच्ची जम्मू कश्मीर के कठुआ में रासना गांव स्थित अपने घर के पास से 10 जनवरी को लापता हो गई थी. एक हफ्ते बाद उसी इलाके में उसका शव मिला था. घटना की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने दो विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) और एक हेड कांस्टेबल सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पुलिसकर्मियों पर साक्ष्य नष्ट करने का आरोप है.



बलात्कार और हत्या की इस घटना के बाद से जम्मू में रोष छाया हुआ है. शहर के बार एसोसिएशन ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया है और आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यक डोगरा समुदाय को निशाना बनाया जा रहा. वहीं, मृतका के लिए न्याय की मांग करते हुए कश्मीर घाटी में प्रदर्शन हुए हैं.
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