तूतीकोरिन में धारा 144 लागू, इंटरनेट बंद, प्लांट ठप होने से 32,500 कामगारों पर संकट- tuticorin-plant-shutdown

तमिलनाडु के तूतीकोरिन में विरोध-प्रदर्शन के कारण स्टरलाइट कॉपर प्लांट बंद होने से 32 हजार 500 नौकरियों पर असर पड़ा है. इनमें 3 हजार 5 सौ लोगों की आजीविका पर सीधा असर पड़ा है, जबकि 30 से 40 हजार नौकरियों पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव पड़ा है. स्टरलाइट कॉपर प्लांट में 2,500 कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर हैं, जिन्हें कंपनी ने कॉन्ट्रैक्ट के force majeure प्रावधान का उल्लेख करते हुए नोटिस जारी किया है. कम से कम 30 हजार अप्रत्यक्ष कर्मचारी कारखाना बंद होने से बेरोजगार हो गए हैं, जोकि सप्लायर्स, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, कॉपर वॉयर यूनिट अन्य गतिविधियों के जरिए कारखाने से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे. बेरोजगार हो चुके इन लोगों के सामने प्लांट के बंद रहने तक आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्लांट का लाइसेंस रिन्यू करने से इनकार कर दिया है, बोर्ड ने अप्रैल के बाद से तीन मुख्य प्रावधानों के उल्लंघन का जिक्र किया है. बोर्ड ने पाया कि स्टरलाइट ने धातुमल को नदियों में बहाते हुए पर्यावरण नियमों का उल्लंघन किया है. साथ ही प्लांट के नजदीकी नलकूपों के पानी को लेकर प्लांट ने बोर्ड को रिपोर्ट नहीं दी है. हालांकि स्टरलाइट ने इन आरोपों को खारिज किया है. स्थानीय लोगों में प्रदूषित पानी के चलते कैंसर होने के बारे में कंपनी के सीईओ रामनाथ ने कहा कि ये सब अफवाह है, जिसे प्रचारित किया जा रहा है. पुलिस फायरिंग में मरने वालों की संख्या हुई 13 बता दें कि तूतीकोरिन में पुलिस फायरिंग में मरने वालों की संख्या 13 तक पहुंच गई है. सेल्वास्कर नाम के एक व्यक्ति की सरकारी अस्पताल में मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा घायलों का इलाज चल रहा है. हालांकि तूतीकोरिन में बीती रात के बाद से किसी तरह के विरोध प्रदर्शन की खबर नहीं है, लेकिन तटीय इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात किए गए हैं. इलाके में अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्य सरकार ने स्टरलाइट फैक्ट्री के आसपास धारा 144 लागू कर रखी है. इसकी वजह से सामान्य जीवन बहुत प्रभावित हुआ है. आम लोगों को बिस्किट और दूध लेने के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार तीसरे दिन भी दुकानें बंद हैं. बड़े पैमाने पर हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने 67 लोगों को गिरफ्तार किया है. दूसरी ओर पूरे तमिलनाडु में खुफिया सूत्रों ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट और रेलवे ट्रैक्स पर हमले को लेकर अलर्ट जारी किया है. राज्य के खुफिया विभाग ने सभी कमिश्नरों को एक नोट भेजा है, जिसमें खुफिया विभाग के साथ मिलकर काम करने को कहा गया है. साथ ही महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है. तूतीकोरिन में ‘अफवाहों’ पर काबू के लिए इंटरनेट पर रोक तमिलनाडु सरकार ने सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलने से रोकने और शांति बहाली के लिए तूतीकोरिन और उसके आसपास के तिरूनेलवेली और कन्याकुमारी जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी. सरकार ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश प्रसारित होने का आरोप लगाते हुए एक आदेश में कहा कि ऐसे संदेशों से तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर संयंत्र के खिलाफ करीब 20 हजार लोगों की बड़ी भीड़ एकत्रित हो गई. इसका परिणाम बाद में हिंसा और पुलिस कार्रवाई के तौर पर सामने आया. सरकार ने कहा कि असामाजिक तत्व स्थिति का लाभ उठाने का प्रयास कर रहे हैं. सरकार ने इन तीन जिलों में इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के नोडल अधिकारियों को आज से 27 मई तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने का निर्देश दिया. इलाके में एहतियातन धारा 144 लागू है.
Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment