पंचायत आजतक: कर्नाटक में एकजुट हुए विपक्ष की 2019 में हार तय: अमित शाह- aajtak-panchayat-modi-government

मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर शनिवार को पंचायत आजतक का आयोजन किया गया. पंचायत आजतक के मंच पर सुबह से रात तक मोदी के मंत्रियों से लेकर विपक्ष के नेताओं तक का जमावड़ा लगा रहा. कार्यक्रम के पहले सत्र में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर में सीजफायर पर सवालों के जवाब दिए तो पंद्रहवें और आखिरी सत्र में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 2019 में पार्टी की रणनीति के बारे में बताया. पंद्रहवां सत्र: मिशन 2019 पंचायत आजतक के अंतिम और अहम सत्र मिशन 2019 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राहुल कंवल ने किया. इस सत्र की शुरुआत करते हुए राहुल कंवल ने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में सबसे ताकतवर इलेक्शन मशीनरी तैयार करने वाले बीजेपी अध्यक्ष ने मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल पर अपना मत रखा. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार, कृषि, गरीबी, सुरक्षा जैसे तमाम क्षेत्रों में अपने वादे को पूरा करते हुए कार्यकाल के पांचवे साल में प्रवेश कर रही है. अमित शाह ने कहा कि जब 70 के दशक में कांग्रेस कमजोर हुई तब उन्होंने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपनी धाक पूरी दुनिया में जमाई है. शाह ने कहा कि बीजेपी के देश में लोगों का दिल जीतने का काम किया है और इसी के सहारे उसने एक के बाद एक चुनाव जीतने का काम किया है.कर्नाटक में एचडी कुमारास्वामी के शपथ ग्रहण में लामबंद हुए विपक्ष के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि मंच पर एकजुट हुए सभी विपक्षी 2014 में भी बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड चुके हैं. एक बार वह फिर एकजुट हुए हैं और एक बार फिर 2019 में वह बीजेपी के हाथ बुरी तरह हार का सामना करने जा रहे हैं. शाह ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी ने जोड़तोड़ नहीं की . अमित शाह ने कहा कि क्या आप कर्नाटक में विधायकों को बंधक बनाने की बात को लोकतांत्रिक मानते हैं? लिहाजा, बीजेपी जोड़तोड़ तब करती अगर विधायक खुले होते. कांग्रेस और जेडीएस ने लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया है. हालांकि अमित शाह ने कहा कि राज्य के नतीजों से साफ है कि पार्टी के पक्ष में जनता ने मैनडेट दिया है. अमित शाह ने कहा कि सिद्धारम्मैया की शक्ल शपथ के दौरान को देखने से लगता है कि कर्नाटक में यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी. वहीं गवर्नर वजूभाई वाला की निष्पक्षता की बात करते शाह ने कहा कि वजूभाई ने पूरी तरह संविधान के दायरे में रहते हुए काम किया है. चौदहवां सत्रः सुप्रीम कौन? पंचायत आजतक के चौदहवें सेशन 'सुप्रीम कौन' में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद ने शिरकत की. भारत की न्यायपालिका से संबंधित राजदीप सरदेसाई के एक सवाल के जवाब में सिंघवी ने कहा कि जस्टिस जोसेफ का उदाहरण सामने है. सरकार पूरी न्यायपालिका को दंडित करने का संदेश दे रही है. पहली बार ये हुआ कि आप जो लिखेंगे, उससे पहले मैं आपको संदेश दे रहा हूं कि आपको दंडित किया जा सकता है. पिंकी आनंद ने कहा कि जस्टिस जोसेफ का मामला कोलेजियम के पास दोबारा गया है. इस विचार किया जा रहा है. कोलेजियम की सिफारिश सरकार खारिज कर सकती है. मनचाहे फैसलों को लेकर न्यायपालिका पर सेलेक्टिव आरोप लगाने के सवाल पर सिंघवी ने कहा कि ये मिथ्या प्रचार है. आपने महाभियोग, लोया और कर्नाटक को जोड़ा है. पहली बार चार जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. 71 वर्ष में पहली बार जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. महाभियोग और कर्नाटक को जोड़ना एक तरीके से मजाक की बात है. महाभियोग एक संवैधानिक मामला है. जिसका मैंने विरोध किया. महाभियोग का मामला आखिरकार निरस्त हो गया, लेकिन इसका कर्नाटक से क्या संबंध है. महाभियोग के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये सही नहीं है. कुछ सांसद गए हैं, लेकिन क्या इसके बाद कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट नहीं जाना चाहिए था. हम उच्चतम न्यायालय के खिलाफ याचिका नहीं ले गए थे. जजों की नियुक्ति में देरी पर पिंकी आनंद ने कहा कि जस्टिस लोया और महाभियोग का जहां तक संबंध है, तो ये एक दिन में नहीं होता है. उपराष्ट्रपति के खारिज कर देने के बाद तीन हफ्ते बाद दोबारा सक्रियता दिखती है. पहली बार चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग लाया गया. तेरहवां सत्र: जन धन मन पंचायत आजतक के अहम सत्र जन धन मन में वित्त मंत्रालय, रेल मंत्रालय और कोयला मंत्रालय को संभाल रहे पीयूष गोयल ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राहुल कंवल ने किया. इस सत्र के दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि यूपीए सरकार के दस साल के कार्यकाल को समझना जरूरी है.
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