बेंगलुरु
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडी (एस) के विधायक चुनाव परिणाम आने के बाद से
ही अपने घर और घरवालों से दूर थे। शुक्रवार को विश्वासमत में कुमारस्वामी
की कुर्सी सुरक्षित करने के बाद कई विधायकों ने आराम नहीं कुर्सी को तरजीह
दी। मंत्री बनने की चाहत में विधायकों ने छूटते ही दिल्ली के लिए दौड़ लगा
दी। कांग्रेस के कई विधायक शुक्रवार को ही फ्लाइट पकड़कर दिल्ली पहुंच गए।
गौरतलब है कि गुरुवार तक कई कांग्रेस विधायक घर जाने की और आराम की चाहत
में शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बना रहे थे कि अब उन्हें घर जाने दिया जाए।
उम्मीद थी कि विश्वासमत के बाद ये विधायक अपने घर जाएंगे और आराम फरमाएंगे
लेकिन जैसे ही विश्वासमत का प्रक्रिया समाप्त हुई, कई विधायक दिल्ली में
अपनी सिफारिश करने और लॉबिंग करने पहुंचे।
सीएम कुमारस्वामी के साथ विधान सौधा में डिनर के बाद जेडीएस के
विधायक अपने-अपने घर चले गए क्योंकि कुमारस्वामी की कुर्सी अब सुरक्षित हो
गई है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के कोटे के 21 मंत्रियों में अपना नाम
शामिल करवाने के लिए कांग्रेस विधायकों ने दिल्ली की दौड़ लगा दी।
कर्नाटक के एक वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में वापस जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं मंत्री पद डिजर्व करता हूं लेकिन दिल्ली में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है। हाई कमान को मेरिट पर ध्यान देकर मंत्री चुनने चाहिए जाति और क्षेत्र देखकर नहीं।'
कर्नाटक के एक वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में वापस जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं मंत्री पद डिजर्व करता हूं लेकिन दिल्ली में मेरा कोई गॉडफादर नहीं है। हाई कमान को मेरिट पर ध्यान देकर मंत्री चुनने चाहिए जाति और क्षेत्र देखकर नहीं।'
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