गिरफ्तार आतंकी ने साथियों से की हिंसा छोड़ने की अपील, बोला-पाक कर रहा गुमराह, भारतीय सेना ने दी 'नई जिंदगी'- terrorist-viral-video

श्रीनगर :  जम्मू कश्मीर के बारामूला में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए एक आतंकवादी ने अन्य आतंकियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की है। एक विडियो के जरिए उसने अपने साथियों से यह गुजारिश की है कि वे हिंसा की राह छोड़, अमन की राह पर आगे बढ़ें। इस अपील में गिरफ्तार आतंकी ने दो टूक कहा है कि पाकिस्तान युवाओं को गुमराह कर रहा है जबकि भारतीय सेना ने उसे नई जिंदगी दी है।गिरफ्तार आतंकी ने अपने साथियों से अपील में कहा है, 'मेरा नाम एजाज़ अहमद गोजरी है। मैं, अपने परिवार को छोड़ गलत रास्ते पर चला गया। अब मैं जंगलों में रह रहे अपने दोस्तों (सुहैब अखून, मोहसीन मुश्ताक भट और नासिर अमीन द्राज़ी) से घर लौटने की गुजारिश करता हूं। मैं नासिर से गुजारिश करता हूं कि वापस आ जाए क्योंकि उसकी मां बहुत बीमार है।' एजाज का यह सेना की हिरासत में रहने के दौरान शूट किया गया है।अपील में एजाज ने कहा है, 'पाकिस्तान युवाओं को गुमराह कर रहा है। पाकिस्तान में बैठे हमारे नेता, भारतीय सेना के बारे में हमें गलत जानकारी देते हैं। आपको आना चाहिए और सेना के अफसरों से मिलना चाहिए। यह एक साजिश है जिसमें वे (पाकिस्तानी) हमारी जिंदगियों से खेल रहे हैं। जबकि सच यह है कि भारतीय सेना ने मुझे गिरफ्तार कर एक नई जिंदगी दी है।' बता दें कि उत्तर कश्मीर में बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा के एक मॉड्यूल का भांडाफोड़ कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें वे चार दहशतगर्द भी शामिल हैं जो 30 अप्रैल को बारामूला में तीन लड़कों की हत्या के लिए कथित रूप से जिम्मेदार है। कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक स्वयं प्रकाश पाणि ने बताया, 'हमारे पास यह बताने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं कि गैर कानूनी संगठन लश्कर-ए-तैयबा समूह का हाथ उत्तर कश्मीर में हिंसा भड़काने और बेगुनाह लोगों की हत्या करने में है।' विडियो में अपील करते हुए गोजरी ने कहा, सेना ने मारने के बजाय गिरफ्तार कर मुझे नई जिंदगी दी है। हमने सैन्यकर्मियों पर गोलियां चलाईं लेकिन उन्होंने हम पर गोलियां नहीं चलाईं। मैं मौके से भागकर जंगल में छुप गया, लेकिन सेना ने मुझे ढूंढ लिया और मुझे मारने के बजाय, उन्होंने मुझे नई जिंदगी दी।
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