पुलवामा के बाद अनंतनाग में भी आतंकियों ने सुरक्षाबलों को बनाया निशाना, 2 जवानों समेत 3 घायल

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में शुक्रवार को आतंकियों ने दूसरी बार सुरक्षाबलों को निशाना बनाया. राज्य के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने सुरक्षाबलों के जवानों को उस वक्त निशाना बनाया है जिस वक्त वह पेट्रोलिंग कर रहे थे. ये हमला अनंतनाग के केपी चौक पर सीआरपीएफ की 40वीं बटालियन की पेट्रोलिंग पार्टी पर ग्रेनेड हमला किया. इस हमले में सुरक्षा बलों के 2 जवानों समेत एक नागरिक के घायल होने की खबर है. घायलों को अनंतनाग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शुक्रवार को इससे पहले पुलवामा में भी आतंकियों ने सीआरपीएफ के वाहन को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. आतकियों ने वहां ग्रेनेड लॉन्चर से भी हमला किया था. गनीमत रही कि सभी जवान सीआरपीएफ के बुलेट प्रूफ व्हीकल में सवार थे. जिसके चलते वारदात में किसी जवान के हताहत होने की सूचना नहीं है. सीआरपीएफ के जवानों पर गोलियों की बौछार करने वाले आतंकियों की तलाश में सीआरपीएफ सहित अन्‍य सुरक्षाबलों की एक दर्जन से अधिक टीमों सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.सर्च ऑपरेशन में बरामद हुए IED से भरे तीन बैग सुरक्षाबलों के अनुसार, सर्च ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ की टीम ने मौके से 3 बैग बरामद किए हैं. इन सभी बैगों में IED बनाने में इस्‍तेमाल होने वाला सभी सामान मौजूदा था. बैग से मिले IED को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकी IED ब्‍लास्‍ट के जरिए सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाना चाहते थे. वह अपने मंसूबों में सफल होते, इससे पहले सीआरपीएफ के जवान वहां पहुंच गए. अपने मंसूबे नाकाम होता देख आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया. बता दें कि जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकी एक बार फिर बड़ी दहशत फैलाने के फिराक में हैं. इस बार आतंकियों ने दहशत के लिए जंग-ए-बदर का दिन चुना है. आतंकियों का मंसूबा है कि इस दिन ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों की जान लेकर अपने नापाक इरादों को आगे बढ़ा सकें. इन नापाक मंसूबों को अमलीजामा पहनाने के लिए आतंकी फिदायीन या हिट एंड रन अटैक जैसी वारदातों को अंजाम दे सकते हैं. आतंकी अपने नापाक मंसूबों को आगे अंजाम तक पहुंचाने में सफल होते, इससे पहले जम्‍मू-कश्‍मीर में तैनात सुरक्षा बलों को इसकी भनक लग गई है. सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के इन मंसूबों को नापाक करने के लिए पूरी घाटी से अलर्ट जारी कर दिया है. अलर्ट में सभी धार्मिक स्‍थल, एयरपोर्ट, रेलवे स्‍टेशन, बाजार सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों पर खास सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है. आतंकी रमजान के 17वें रोजे पर लेना चाहते हैं सैकड़ों जानें जम्‍मू-कश्‍मीर में तैनात एक वरिष्‍ठ सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, 2 जून को रमजान का 17वां रोजा है. इस दिन को 'जंग-ए-बदर' के तौर पर भी जाना जाता है. मुस्लिम समुदाय में जंग-ए-बदर को तीन दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें पहले दो दिनों में तमाम जूलूस निकाले जाते है. शाम को 'अमाल' यानी प्रार्थना का आयोजन होता है. तीसरे दिन समुदाय से जुड़े ज्‍यादातर लोग पूरी रात मस्जिद में गुजारतेे हैं. यह मान्‍यता है कि जंग-ए-बदर की तीसरी रात को मस्जि‍द में नमाज पढ़ने पर पूरे साल की नमाज पूरी हो जाती है. लिहाजा, 4 जून की रात जम्‍मू-कश्‍मीर की सभी मस्जिदों में भारी संख्‍या में लोगों की मौजूदगी होगी. आतंकियों का मंसूबा है कि इन्‍हीं भीड़भाड़ वाले इलाकों में आतंकी वारदात को अंजाम दिया जाए, जिससे जम्‍मू-कश्‍मीर में बड़े स्‍तर लोगों की जान को लिया जा सके. आतंकियों के इन मंसूबों को समझने के बाद सुरक्षाबलों ने जम्‍मू-कश्‍मीर में व्‍यापक स्‍तर पर सुरक्षा घेरा तैयार कर लिया.
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