महाराष्ट्र: महाबलेश्वर में 200 फीट गहरी खाई में गिरी बस, 33 लोगों की मौत

महाबलेश्वर: महाराष्ट्र के मशहूर पर्यटन स्थल महाबलेश्वर में एक बस भयानक हादसे का शिकार हो गई। वीकेंड पर पिकनिक मनाने जा रहे 34 लोगों से भरी यह बस पहाड़ी रास्ते में 200 फीट गहरी खाई में में जा गिरी। दिल दहला देने वाली घटना में 33 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति घायल है। सूर्यवंशी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पोलडपुर में बस खाई में गिरने से उसमें सवार 34 में से 33 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी लोग एक कृषि विभाग की विद्यापीठ में काम करते थे और वे वीकेंड पर पिकनिक मनाने जा रहा थे। सुबह करीब 10 बजे अंबेनली घाट पर एक पहाड़ी सड़क पर बस खाई में जा गिरी। घटना की सूचना मिलने पर नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स फौरन मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। बताया गया है कि घने कोहरे के कारण यह हादसा हुआ। मौके पर रायगढ़ के एसपी और जिलाधिकारी पहुंच गए हैं।हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने चार-चार लाख रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया है, इसके अलावा सरकार ने घायलों के इलाज का खर्च भी उठाने का फैसला किया है। सिर्फ एक व्यक्ति सुरक्षित इस दुर्घटना में प्रकाश सावंत देसाई एकमात्र व्यक्ति रहे, जो जीवित बच गए। उन्होंने बस से कूदकर अपनी जान बचाई। जानकारी के मुताबिक, बस सुबह 6.30 दापोली से निकली। वहां खींचे गए फोटो में 32 लोग दिखाई दे रहे हैं। ड्राइवर और कंडक्टर मिलाकर कुल 34 लोग बस में सवार थे। बस करीब साढ़े दस बजे खाई में गिरी। एकमात्र जीवित बचे प्रकाश ने फोन करके दुर्घटना की जानकारी दी। इस दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके दुख व्यक्त किया है। पीएमओ के ट्विटर हैंडल पर पीएम मोदी की ओर से लिखा गया, 'महाराष्ट्र के रायगढ़ में हुए बस हादसे में लोगों की मौत से काफी दुखी हूं। जान गवाने वालों के परिवार से मेरी पूरी सहानुभूति है।' उधर, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर शोक व्यक्ति किया है। सीएम ने ट्वीट कर कहा है कि उन्हें महाबलेश्वर बस हादसे में लोगों की मौत के बारे में जानकर दर्द हुआ। उन्होंने मृतकों के परिजनों से संवेदना व्यक्त की और घायल व्यक्ति के जल्द ठीक होने की कामना की। उन्होंने जानकारी दी कि प्रशासन जरूरी सहायता के लिए सभी प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी और मैनेजमेंट सिस्टम अपना काम कर रहे हैं।
Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment