मुजफ्फरपुर
:बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी सहायता प्राप्त एक शेल्टर होम में 16
बच्चियों के साथ लंबे समय तक रेप के मामले ने सूबे सहित पूरे देश को
हिलाकर रख दिया है। पीड़ित बच्चियों ने अपने एक साथी की हत्या कर शव को
परिसर में दफनाने का आरोप लगाया है। इसे लेकर शेल्टर होम में सोमवार को
खुदाई की गई। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे प्रशासन की नाक के नीचे इस
शेल्टर होम में बच्चियों से इस वारदात को अंजाम दिया गया और कई दिनों तक
किसी को कुछ पता भी नहीं चला? ऐसे आया यह घिनौना सच सामने
इसी साल मई में टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सोशल ऑडिट के दौरान
मामले का खुलासा हुआ था। इसके बाद पुलिस की जांच में यह सामने आया था कि
शेल्टर होम से छह लड़कियां गायब हुई हैं। पुलिस पूछताछ में पीड़िताओं ने
यह जानकारी दी। बताया जा रहा है कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच ये लड़कियां
गायब हुई हैं। इसके बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने
प्राथमिकी दर्ज की। मामले में दस लोगों की गिरफ्तारी हुई।
लड़कियों के गायब होने का पुलिस के पास रिकॉर्ड नहीं
सोशल ऑडिट में यह सामने आया था कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच शेल्टर होम से 6
लड़कियां गायब हुई हैं। हालांकि, इन लड़कियों के गायब होने का कोई पुलिस
रेकॉर्ड नहीं है। वहीं, शेल्टर होम के रिकॉर्ड में प्रबंधन ने इन लड़कियों
को भगोड़ा बताया है। एसएसपी बोलीं- रह रहीं बच्चियों में आधे से ज्यादा के
साथ रेप
मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर बताया कि अभी तक खुदाई में फिलहाल कुछ
सामने नहीं आया है। हम मामले में गहन जांच कर रहे हैं। पुलिस स्वतंत्र रूप
से काम कर रही है। मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनके
खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी। किसी भी लड़की ने यह नहीं कहा कि
उन्हें कभी हॉस्टल से बाहर ले जाया गया है।
मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने कहा, ‘हम एक लड़की के
बयान के आधार पर खुदाई कर रहे हैं। जगह की पहचान उस लड़की ने की थी।’
उन्होंने कहा कि इस नारी निकेतन में 40 से अधिक लड़कियां हैं और मेडिकल
रिपोर्ट बताती हैं कि उनमें से आधे से ज्यादा के साथ कभी न कभी यौन संबंध
बनाए गए। नशे का इंजेक्शन देकर रेप, शरीर पर जले के निशान
मेडिकल जांच में सामने आया है कि उनके साथ रेप और मारपीट हुई है। जांच में
यह सामने आया है कि नशे का इंजेक्शन देकर आरोपी बच्चियों के साथ रेप करते
थे। कई के शरीर पर जले के निशान भी हैं। निकेतन की ही एक लड़की ने आरोप
लगाया था कि उनकी एक साथी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसे परिसर में
दफन कर दिया गया। साथ ही कई के साथ बलात्कार किया गया।
बालिका गृह में रह रही थीं 42 लड़कियां
इस शेल्टर होम का नाम 'बालिका गृह' है, जो कि एक एनजीओ सेवा संकल्प एवं
विकास समिति की ओर से चलाया जाता है। बताया जा रहा है कि यह शेल्टर होम
सरकारी सहायता प्राप्त है। इसमें 42 लड़कियां रह रही थीं। इस मामले के
सामने आने के बाद इन सभी लड़कियों को दूसरे शेल्टर होम में रखा गया है।
विपक्ष हमलावर, सीबीआई जांच की मांग
उधर, विपक्ष भी इस मामले को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमलावलर है। पूर्व
मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। इस दौरान
राबड़ी ने आरोपियों के सत्तारूढ़ जेडीयू और सरकारी अफसरों के साथ संबंध के
भी आरोप लगाए। उधर, जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव ने
इस मामले को लोकसभा में उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की।
नीतीश सरकार की तीखी आलोचना
इस मामले को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। आरजेडी ने
सीबीआई जांच की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सीबीआई जांच
की मांग की है। उधर, उनके बेटे और बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव
ने आरोप लगाया है कि एनजीओ के मालिक नीतीश के करीबी हैं और उन्होंने उनके
लिए चुनाव प्रचार भी किया है। राबड़ी ने भी आरोप लगाया कि आरोपियों के
जेडीयू और सरकार के अफसरों के अच्छे संबंध हैं।
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मुजफ्फरपुर: शेल्टर होम में बच्चियों से दरिंदगी की पूरी कहानी, बिहार में सियासी उबाल-all-about-muzaffarpur-shelter-home-rape-case
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