महबूबा की धमकी पर बीजेपी का जवाब, सरकार और सेना आतंकियों के खात्मे में सक्षम- instead-of-solving-internal-conflicts-mehbooba

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा की खतरनाक परिणाम झेलने वाली और सलाउद्दीन जैसे और आतंकी पैदा होने की धमकी पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि सरकार और सेना घाटी के सारे आतंकियों के खात्मे में सक्षम है। आपको बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर पीडीपी को तोड़ने की कोशिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा हुआ तो परिणाम 1987 से भी भयानक होंगे। महबूबा ने कहा था कि तब जिस तरह एक सलाउद्दीन और यासीन मलिक पैदा हुए थे, इसबार हालात और भी खराब होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने महबूबा के इस बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने जो कहा वह दुर्भाग्यपूर्ण है। राम माधव ने कहा, 'दिल्ली में कोई भी उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहा। अपने आंतरिक विवादों को सुलझाने की बजाय वे दिल्ली पर आरोप लगा रहीं हैं और आतंकवाद के नाम पर धमका रहीं हैं। जहां तक बीजेपी की बात है तो हम किसी भी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं।' राम माधव ने कहा कि जहां तक सलाउद्दीन के नाम पर धमकी देने की बात है तो केंद्र सरकार और सुरक्षा बल घाटी के सारे आतंकवादियों के खात्मे में सक्षम हैं। राम माधव ने तंज कसते हुए कहा कि उनके खात्मे में भी सक्षम हैं जो महबूबा की वजह से आतंकवाद का रास्ता अपना सकते हैं। इससे पहले शुक्रवार को महबूबा ने बीजेपी और केंद्र सरकार को 1987 के घटनाक्रम की याद दिलाते हुए चेतावनी दी थी। महबूबा ने कहा था कि अगर दिल्ली 1987 की तरह लोगों के वोटिंग राइट्स को खारिज करने, कश्मीर के लोगों को बांटने की कोशिश करेगी तो खतरनाक हालात पैदा होंगे। महबूबा ने कहा कि तब जिस तरह एक सलाउद्दीन और यासीन मलिक पैदा हुए थे, इसबार हालात और भी खराब होंगे। आपको बता दें कि पिछले दिनों पीडीपी के एक नेता ने दावा किया था कि कई विधायक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं। जादीबल से पीडीपी के नाराज नेता आबिद अंसारी ने दावा किया है कि 14 विधायक पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं। शिया नेता इमरान अंसारी रजा और अंसारी पहले ही पीडीपी छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। पीडीपी ने अपने बगावती नेताओं पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment