NRC: संसद परिसर के बाहर भिड़े बीजेपी मंत्री अश्विनी चौबे और कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य-nrc-assam-union-minister-ashwini-choubey-and-congress

नई दिल्ली : असम में सोमवार को जारी NRC पर जबर्दस्त सियासी घमासान मचा हुआ है। संसद के अंदर तो विपक्षी दल और सत्तारूढ़ दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा ही रहे हैं लेकिन अब यह मामला संसद के बाहर तक पहुंच गया है। दरअसल, मंगलवार को संसद परिसर में रोचक दृश्य देखने को मिला। सदन के अंदर एक दूसरे पर हमला करने वाले विपक्षी और सत्तारूढ़ दल के नेता परिसर में भी आपस में उलझते दिखे। संसद परिसर में कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भिड़ गए। मीडिया के सामने दोनों नेताओं के बीच काफी गर्मागर्मी हुई। अश्विन चौबे ने कहा भारत में वही रहेगा, जो भारतीय बनकर रहेगा। दूसरी तरफ, भट्टाचार्य ने बीजेपी नेताओं को असम की जानकारी न होने की बात कही। चौबे ने कहा कि जो बांग्लादेश का है उसे देश से निकाला जाएगा। इसपर कांग्रेस सांसद ने कहा कि आप देश को मिसलीड कर रहे हो। कांग्रेस ने नेता ने कहा कि असम के बारे में बीजेपी नेताओं को जानकारी नहीं है। ये फालतू बात कर रहे हैं। कौन बांग्लादेश से आया है। गौरतलब है कि NRC के मुद्दे पर मंगलवार को राज्यसभा में जोरदार बहस देखने को मिली। बीजेपी चीफ अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के पास असम समझौते को लागू करने की हिम्मत नहीं थी और बीजेपी सरकार ने हिम्मत दिखाकर यह काम किया है। शाह ने NRC के विरोध को देश में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों को बचाने की कोशिश करार दिया। शाह के बयान पर विपक्षी सांसदों ने जबर्दस्त हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि चर्चा के दौरान कोई यह नहीं बता रहा है कि NRC का मूल कहां है, यह आया कहां से है। उन्होंने कहा, 'अवैध घुसपैठियों के मुद्दे पर असम के सैकड़ों युवा शहीद हुए। 14 अगस्त 1985 को पूर्व पीएम राजीव गांधी ने असम अकॉर्ड लागू किया था। यही समझौता NRC की आत्मा थी। इस समझौते में यह प्रावधान था कि अवैध घुसपैठियों को पहचानकर उनको सिटिजन रजिस्टर से अलग कर एक नैशनल रजिस्टर बनाया जाएगा।'
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