केरल: 4 जिलों में स्थिति बेहद खराब, बाढ़ की वजह से एक दिन में 100 से ज्यादा की मौत- condition-is-worsen-in-4-districts-of-kerala

तिरुवनंतपुरम पिछले 100 साल के इतिहास में केरल सबसे भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है। मौत का आंकड़ा 167 पार कर चुका है। वहीं करीब 2 लाख 23 हजार लोग 1,568 राहत कैंप में आसरा लिए हुए हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया कि 4 जिलों में बाढ़ की स्थिति बेहद खतरनाक है। यहां पंपा, पेरियार और चालाकुडी नदियों के पानी ने प्रकोप मचाया है। राज्य में 8 अगस्त से तबाही के चलते फसल और संपत्तियों समेत कुल 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शुक्रवार रात केरल पहुंचने की उम्मीद है। वह शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बाढ़ की वजह से केरल के ज्यादातार शहरों के अस्पतालों में स्टाफ घटकर 30 से 35 फीसदी रह गया है जबकि बेडों की संख्या 80 से 90 फीसदी बढ़ गई है। वहीं लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई और जनरेटर चलाने के लिए डीजल स्टॉक की कमी से कई अस्पताल जूझ रहे हैं। 1764 लोगों को बचाया गया इंडियन कोस्ट गार्ड के 4 कैपिटल शिप कोच्चि पहुंचे हैं। ये डिजास्टर और रिलीफ टीम के साथ काम करेंगे। 24 टीमें पहले से ही बाढ़ प्रभावित गांवों में हैं। इंडियन कोस्टगार्ड ने अब तक 1764 लोगों को बचा लिया है और 4688 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वायुसेना के हेलिकॉप्टर प्रभावित इलाकों से लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। हजारों लोगों को सेना इस तरह बचा चुकी है। राज्य में जारी तबाही के बीच सेना, वायुसेना, नौसेना, इंडियन कोस्टगार्ड और NDRF की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को बचाने की कवायद में लगी हुई हैं। हालांकि गुरुवार को यह देखने को मिला कि आपदा का स्तर इससे निपटने के प्रयासों के काफी अधिक है। अरियंकवू-तेनमलई के बीच सेनकोट्टाई-पुनलुर रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन होने से दक्षिण जिले से आने वाली और उधर जाने वाली ट्रेनें पूरी या आंशिक रूप से रद कर दी गई हैं। कई ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं। अलप्पुझा के चुनक्करा गांव में सड़कों पर घुटनों से ऊपर पानी भरा हुआ है। केरल में गुरुवार को जारी किया गया रेड अलर्ट कासरगोड को छोड़कर 13 जिलों में शुक्रवार को भी जारी रहेगा। एर्नाकुलम और इडुक्की में शनिवार के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।
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