एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने मुझे 'ओसामा' कहा: मोईन अली

लंदन :इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम को ‘असभ्य’ बताते हुए कहा है कि वह इकलौती टीम है जो उन्हें पसंद नहीं है। अली ने यह धारणा 2017-18 एशेज सीरीज और पिछले तीन वर्षों में किए गए दौरों के बाद बनाई है। मोईन ने ‘द टाइम्स’ में मिकी एथरटन को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘आप किसी से भी बात करेंगे... वह यही कहेंगे कि मैं जितनी भी टीमों के साथ खेला हूं उनमें से ऑस्ट्रेलिया मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है।’ इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने क्रिकइंफो से बताया कि साल 2015 में हुई एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी ने उन्हें ‘ओसामा’ कहकर बुलाया। अली ने दावा किया कि कार्डिफ में हुए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की जिससे वह बहुत परेशान हुए। अली ने उस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 77 रन बनाए और 5 विकेट लेकर मेजबान टीम को 169 रनों से जीत दिलाई। साल 2015 की घटना बताई अली ने कहा, ‘व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर मेरे लिए वह एशेज सीरीज शानदार रही। एक घटना हालांकि, ऐसी हुई जिसने मेरा ध्यान भटकाया। मैच के दौरान मैदान पर एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मेरी तरफ मुड़ा और बोला ‘टेक दैट ओसामा’। मैंने जो सुना उस पर मुझे यकीन नहीं हुआ, मैं गुस्से से लाल हो गया। इससे पहले मुझे मैदान पर इतना गुस्सा कभी नहीं आया।’ कोच से की थी शिकायत अली ने कहा, ‘मैंने अपनी टीम के कई साथियों को बताया और समझता हूं कि कोच ट्रेवर बेलिस ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष डैरन लीमैन के सामने यह मुद्दा उठाया होगा। लीमैन ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी से जब इस बारे में पूछा तो उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि उसने मुझे ‘टेक दैट पार्ट-टाइमर’ कहा।’ इंग्लैंड ने 2015 एशेज सीरीज 3-2 से जीता था। उन्होंने कहा, ‘इसलिए नहीं है कि वह टीम ऑस्ट्रेलिया है और हमारा पुराना दुश्मन है, लेकिन जिस तरह से वे खिलाड़ियों और लोगों का सम्मान नहीं करते हैं और बुरा व्यवहार करते हैं, इसके कारण मुझे वह टीम बिल्कुल पसंद नहीं है।’ मैच में दीं गालियां इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, ‘2015 विश्व कप से पहले मैंने जो पहला मैच उनके खिलाफ खेला था, उस मैच में वे सिर्फ परेशान नहीं कर रहे थे बल्कि गालियां दे रहे थे। यह पहली बार था जब मुझे बुरा लगा। मैंने हालांकि कोई धारणा नहीं बनाई, लेकिन मैं जितना उनके खिलाफ खेला वह बुरे साबित हुए। एशेज 2015 में वह टीम बेहद ही बुरी निकली।’ देखें, धोनी से पाक क्रिकेटर शोएब मलिक ने मिलाया हाथ अली ने हालांकि माना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी व्यक्तिगत तौर पर अच्छे इंसान हैं, लेकिन टीम के तौर पर वह अलग होते हैं। अली ने कहा, ‘निजी तौर पर वह शानदार है। वार्सेस्टर में जो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं, वे शानदार है। बेहतरीन इंसान हैं।’
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