राहुल गांधी के रोडशो से पहले क्‍यों नाराज हुए कांग्रेसी कार्यकर्ता

नई दिल्‍ली: कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने भोपाल में रोडशो कर मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के प्रचार अभियान का आगाज कर दिया है. राहुल गांधी के इस रोडशो को संकल्‍प यात्रा का नाम दिया गया है. सोमवार दोपहर आयोजित इस रोडशो से ठीक पहले कांग्रेस की तमाम कार्यकर्ता बेहद गुस्‍से में नजर आए. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का यह गुस्‍सा लाल-घाटी गेट से दहशरा ग्राउंड के बीच लगे पार्टी के झंडे को हटाए जाने को लेकर था. दरअसल, राहुल गांधी के रोडशो के मद्देनजर कांग्रेस ने लाल-घाटी गेट से दशहरा ग्राउंड के बीच करीब 18 किमी के दायरे को कांग्रेस के झंडो से पाट दिया गया था. रोडशो शुरू होने से पहले नगर निगम के अधिकारी हरकत में आए और उन्‍होंने पूरे मार्ग से कांग्रेस के बैनर, पोस्‍टर और झंडो को हटा दिया. मार्ग से झंडे हटाए जाने की खबर मिलते ही कांग्रेसी कायकर्ताओं का गुस्‍सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. दरअसल, राहुल गांधी के रोडशो के मद्देनजर कांग्रेस ने लाल-घाटी गेट से दशहरा ग्राउंड के बीच करीब 18 किमी के दायरे को कांग्रेस के झंडो से पाट दिया गया था. रोडशो शुरू होने से पहले नगर निगम के अधिकारी हरकत में आए और उन्‍होंने पूरे मार्ग से कांग्रेस के बैनर, पोस्‍टर और झंडो को हटा दिया. मार्ग से झंडे हटाए जाने की खबर मिलते ही कांग्रेसी कायकर्ताओं का गुस्‍सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.प्रशासन पर पक्षपात का आरोप नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ मुख्‍यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा में सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ उन्‍हें अपनी पार्टी के झंडे भी नहीं लगाने दिए जा रहे हैं. इस बाबत कांग्रेस की म‍ीडिया चेयरपरसन शोभा ओझाा ने ट्विट करके कहा कि भोपाल में होने वाली राहुल गांधी की संकल्प यात्रा से पहले कांग्रेस के झंडे नगर निगमकर्मियों से निकलवाएं जा रहे है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
शासकीय खर्च पर बीजेपी के आयोजन जी-डिजिटल से बात करते हुए शोभा ओझा ने कहा कि एक तरफ भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा में शासकीय कर्मचारी एवं वाहनों का इस्‍तेमाल किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के झंडे निकालने का काम किया जा रहा है. उन्‍होंने कहा कि मध्‍य प्रदेश में होने वाले महाकुंभ स्‍थल पर बीजेपी सरकारी खर्च पर पूरा तामझाम कर रही है, वहीं दूसरी तरह कांग्रेस का कार्यकर्ता अपने पैसों से पार्टी के झंडे लगा रहा है, जिसे स्‍थानीय प्रशासन हटाने का काम कर रहा है. सरकार का यह पक्षपातपूर्ण रवैया ठीक नहीं है. नियमानुसार प्रशासन ने की कार्रवाई इस बाबत जी-डिजिटल से बातचीत में बीजेपी के प्रवक्‍ता दीपक विजयवर्गीय ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि कांग्रेस को अपनी व्‍यवस्‍थाओं को दुरुस्‍त करना चाहिए. राजनैतिक आरोप लगाने से कांग्रेस न ही सक्षम होगी, न ही उसे कोई राजनैतिक लाभ मिलेगा. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस को रैली करने, सभा करने, कार्यकर्ता सम्‍मेलन करने और होल्डिंग-बैनर लगाने का पूरा अधिकार है, लेकिन इसके लिए जो जरूरी अनुमति हैं उन्‍हें जरूर लेना चाहिए. अगर कांग्रेस प्रशासन से अनुमति लिए बिना झंडे, होर्डिंग, बैनर आदि लगाने का काम करती है तो प्रशासन नियमानुसार अपनी कार्रवाई करेगा.
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