बाढ़-बारिश से बिहार बदहाल: कोसी समेत कई नदियां उफान पर, दर्जनों गांव जलमग्न, 13 की मौत

पटना: डूबने व दीवार गिरने से 13 की मौत शनिवार को किशनगंज में दो और अररिया-सहरसा-मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। वहीं डूबने से बक्सर, सिवान व छपरा में पांच लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश के दौरान अलग-अलग हादसों में बक्सर, सिवान व छपरा में डेढ़ साल की बच्ची समेत पांच लोगों की जान चली गई। बक्सर औद्योगिक थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव में शनिवार की अल सुबह एक घर की दीवार गिर गई, जिससे दिनेश की गर्भवती पुत्री सविता (24) और उसकी डेढ़ साल की बच्ची दब गई, दोनों की मौत हो गई। वहीं सिवान जिले में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भटवलिया निवासी जहांगीर भगत (90) तथा एमएच नगर थाना क्षेत्र के डेरा के बंगरा निवासी रामदेव राम (70) की मौत मकान के मलबे में दबने से हो गई। छपरा शहर के दहियावां मोहल्ले के मुबारक लेन में घर ढहने से दबकर मोहम्मद इस्लाम की 75 वर्षीय पत्नी वसूला खातून की मौत हो गई। वहीं पूर्वी चंपारण समेत आसपास के जिलों में तीन लोगों की मौत शनिवार को हो गई। नेपाल में भारी बारिश से स्थिति बिगड़ी गंगा के जल स्‍तर में वृद्धि देखा जा रहा है, जबकि कमला, बागमती समेत अधवारा समूह की नदियां उफनाई हुई हैं। यह सब नेपाल में भारी बारिश और वहां की पहाड़ी नदियों में काफी पानी आ गया है। नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में बांधों के टूटने व नदियों के उफान पर रहने से कई घरों में पानी घुस गया है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। वहीं सरकार ने भी माना है कि बिहार के छह जिलों में बाढ़ का प्रकोप जारी है। इसमें मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण शामिल हैं। वहीं गोपालगंज में भारी बारिश से दो मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। घर के लोग बाल-बाल बचे, लेकिन लाखों का नुकसान हो गया। दर्जनों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी सीतामढ़ी जेएनएन के अनुसार, जिले में लगातार जारी बारिश के बाद इलाका बाढ़ की चपेट में है। शनिवार को सुप्पी प्रखंड के परसा गांव में बागमती नदी का तटबंध टूटने से सुप्पी और मेजरगंज के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं हजारों हेक्टेयर खेत में लगी फसलें दह गईं। अफरातफरी के बीच लोग स्कूल और सामुदायिक भवन समेत ऊंचे स्थलों पर पनाह लेने को विवश हैं। बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। डीएम ने जिले सभी सरकारी व प्राइवेट स्‍कूलों को 20 जुलाई तक बंद रखने का निर्देश दिया है। इधर, बागमती, लखनदेई, झीम, रातों, मरहा और लालबकेेया आदि नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बेलसंड के मारड़ के पास बागमती नदी में जबरदस्त कटाव जारी है। अधिकारियों की टीम बांध मरम्मत में लगी है। लोगों में दहशत है।सोनबरसा-नेपाल सड़क पर चार फीट पानी का बहाव इधर, सोनबरसा और परिहार के नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सोनबरसा में थाना परिसर और एसएसबी कैंप में पानी घुस गया है। सोनबरसा-नेपाल सड़क पर चार फीट पानी का बहाव जारी है। मेजरगंज प्रखंड के दर्जनों गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है। बाढ़ का पानी प्रमुख सड़कों और लोगों के घरों में बह रहा है। बैरगनिया में बागमती और लालबकेया नदी उफान पर है। इसके चलते लगातार पांचवें दिन भी बैरगनिया का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग है। बागमती नदी का पानी बैरगनिया के निचले इलाकों में फैल रहा है। बैरगनिया का नेपाल से सड़क संपर्क टूटा उधर, बैरगनिया-गौर सड़क पर आठ फीट पानी का बहाव जारी रहने के कारण बैरगनिया का नेपाल से सड़क संपर्क टूट गया है। बारिश जारी रहने से लोगों के लिए खुले आसमान के नीचे वक़्त गुजारना मुश्किल हो गया है। जबकि, जिले के 400 गांवों में बाढ़-बरसात के चलते बिजली गुल हो गई है। शनिवार की सुबह नौ बजे तक जिले में 126.2 एमएम बारिश रिकार्ड किया गया है। जबकि शुक्रवार को 154 एमएम बारिश हुई थी। मानसून की बारिश अब बिहार को बदहाल करने लगी है। रही-सही कसर अब बाढ़ पूरी करने में लग गयी है। बाढ़-बारिश से खासकर उत्‍तर बिहार त्राहिमाम कर रहा है। बारिश और बाढ़ का कहर देखते हुए सीतामढ़ी में डीएम रंजीत कुमार ने जिले में सभी सरकारी व गैरसरकारी स्‍कूलों को 20 जुलाई तक बंद करने का निर्देश दिया है। सीतामढ़ी के सुप्‍पी में परसा के पास तटबंध टूटने से लोगों में हाहाकार मच गया है। इसी तरह, सुपौल में कोसी के जल स्‍तर में तेजी से वृद्धि हुई है। वहां का सुरक्षा तटबंध टूट गया है। कोसी के भी जल स्‍तर बढ़ा। उधर, शनिवार को बाढ़ में डूबने से 13 लोगों की मौत हो गई है। सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। कई जिलों में सरकारी अधिकारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है।
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