राज्यसभा में शुक्रवार को विधि-विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) (UAPA) संशोधन विधेयक पास हो गया है. आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेने की जंग में केंद्र सरकार के लिए इस बिल का पास होना बड़ी कामयाबी है. बिल पास होने से पहले चर्चा के दौरान राज्यसभा में काफी तीखी बहस हुई. एक मौका ऐसा भी आया जब कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और गृह मंत्री अमित शाह आमने-सामने आ गए.
दरअसल, बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने इसका विरोध किया. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कोरेगांव मामले के दौरान मेरा भी नाम जोड़ा गया था, कहा गया था कि उन लोगों के पास मेरा भी फोन नंबर है.
दिग्विजय ने कहा कि मेरा नंबर तो राज्यसभा की वेबसाइट पर ही उपलब्ध है. अगर इस कानून के हिसाब से जाएंगे और केंद्र सरकार को लगेगा तो वह सबसे पहले मेरा ही नाम जोड़ेंगे, मुझे पूरा विश्वास है.
इस पर गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से दिग्विजय सिंह तो भी जवाब दिया गया. अमित शाह ने कहा कि मैं दिग्विजय सिंह जी को आश्वस्त करता हूं कि अगर कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा. गृह मंत्री ने कहा कि वही चाहते थे कि मैं आश्वासन दूं, इसलिए मैं आश्वासन दे रहा हूं.
इस दौरान दिग्विजय सिंह ने अमित शाह का विरोध किया तो शाह भड़क गए. और कहा कि मैंने उनके बोलने के वक्त कोई रोक-टोक नहीं की थी, ऐसे में उन्हें भी सुनना ही चाहिए. गौरतलब है कि शुक्रवार को एक लंबी चर्चा के बाद राज्यसभा में ये बिल पास हो गया है. बिल के पक्ष में 147 और विपक्ष में कुल 42 वोट पड़े थे.
इस बिल में आतंक से संबंध होने पर संगठन के अलावा किसी शख्स को भी आतंकी घोषित करने का प्रावधान शामिल है. बिल को पहले ही लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है.
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