नई दिल्ली : जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने और अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने का विरोध कर रही कांग्रेस में इस मुद्दे पर बिखराव दिख रहा है. जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के करीबी जर्नादन द्विवेदी ने मोदी सरकार के इस कदम का समर्थन किया है, वहीं रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह भी इस मुद्दे पर खुलकर मोदी सरकार के समर्थन में आई हैं. उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर इसकी सराहना की.
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने ट्वीट किया, हम एक साथ खड़े हैं! जय हिन्द # अनुच्छेद 370. हालांकि उनके इस पोस्ट पर यूजर ने लिखा कि आप कांग्रेसी हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, मैं एक हिंदुस्तानी हूं.वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के करीबी माने जाने वाले जनार्दन द्विवेदी ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, ''मेरे राजनीतिक गुरू राम मनोहर लोहिया हमेशा इस आर्टिकल के खिलाफ थे. भले देर से ही सही, इतिहास की एक गलती को अब दुरुस्त किया गया है. मैं इसका स्वागत करता हूं.''कार्यसमित के सदस्य दीपेंदर हुड्डा ने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का समर्थन किया. उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "'मेरी व्यक्तिगत राय रही है कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 का औचित्य नहीं है और इसको हटना चाहिए. ऐसा सिर्फ देश की अखंडता के लिए ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर जो हमारे देश का अभिन्न अंग है, के हित में भी है. अब सरकार की यह जिम्मेदारी है कि इसका क्रियान्वयन शांति और विश्वास के वातावरण में हो." युवा कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा भी मोदी सरकार के समर्थन में उतर आए. उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अनुच्छेद 370 को उदार बनाम रूढ़िवादी बहस में तब्दील कर दिया गया. पार्टियों को अपनी विचारधारा से अलग हटकर इस पर बहस करनी चाहिए कि भारत की संप्रभुता और संघवाद, जम्मू-कश्मीर में शांति, कश्मीरी युवाओं को नौकरी और कश्मीरी पंडितों के न्याय के लिए बेहतर क्या है."
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