बाड़मेर: पाकिस्तान से आ रहे टिड्डी दल को रोकने के लिए अब पाक जाएगी भारतीय टीम!- Loktantra Ki Buniyad

बाड़मेर: कई सालों से सूखे की मार का दंश झेल रहे थार में इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में बाजरा सहित कई तरह की फसले लहलहराने लगी हैं लेकिन पाकिस्तान से आए टिड्डी दल ने किसानों की उम्मीदों और आशाओं पर पूरा का पूरा पानी फेर दिया. जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफतौर से देखने को मिल रही हैं. यंहा तक कि बाड़मेर जिले के उण्डू, आरंग, झाक, रतेऊ, मौखाब सहित आधा दर्जन से अधिक गांवो में शुक्रवार शाम से ही टिड्डी दल ने अपने पैर पसार दिए है. हालांकि, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को भी इस बात की सूचना दी लेकिन टिड्डी दल को नियंत्रण करने के लिए मौके पर आई टीम इन टिड्डियों को नियंत्रण नहीं कर पाई. इतना ही नहीं अपनी फसलों को टिड्डियों से बचाने के लिए ग्रामीणों ने ढोल थाली बजाकर काफी प्रयास भी किए लेकिन टिड्डी हटने का नाम ही नही ले रही हैं. वहीं जिला कलेक्टर ने भी आज अधिकारियों की बैठक लेकर टिड्डी को नियत्रण के निर्देश दिए और फिल्ड प्रभारी भी नियुक्त किए हैं. दूसरी तरफ टिड्डी के बढ़ रहे प्रकोप को देखते हुए एक दिन पूर्व भारत-पाक की बैठक यूएनओ एंव एफएओ के साथ पाकिस्तान के सिंध सूबे के जीरो पॉइंट स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित हुई. जिसमें पाकिस्तान से भारत आ रही टिड्डियों को रोकने को लेकर विचार विमर्श भी हुआ. इस पूरे मामले को लेकर कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि टिड्डी को लेकर मैं खुद पूरी मॉनिटरिंग कर रहा हूं. मैंने कल ही भारत सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की है और हमारी एक टीम पाकिस्तान में टिड्डी पर काबू कैसे पाया जाए इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है क्योंकि पाकिस्तान के पास संसाधनों की कमी है. जिसके चलते टिड्डी भारत आ रही है. अब हम पाकिस्तान में ही टिड्डी को खत्म करने के लिए तैयारी कर रहे हैं. किसानों को चिंता करने की कोई बात नहीं है. एक बात तो साफ है कि जिस तरीके से गहलोत और मोदी सरकार ने टिड्डी को रोकने के लिए जो अभियान चलाया था वह पूरी तरीके से फेल हो गया है. उसके पीछे सबसे बड़ा कारण है पाकिस्तान की लापरवाही लेकिन पाकिस्तान की लापरवाही की सजा राजस्थान के किसान भुगत रहे हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर राजस्थान के किसानों को टिड्डी से कब मुक्ति मिलेगी.
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