कश्मीर पर पाकिस्तान पत्रकार की चापलूसी, ट्रंप ने इमरान से पूछा, ऐसे पत्रकार लाते कहां से हो?- Loktantra Ki Buniyad

संयुक्त राष्ट्र ऐसे पत्रकार लाते कहां से हो? अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस सवाल ने कश्मीर पर पाकिस्तान और उसकी मीडिया के प्रॉपगैंडा की पोल खोल दी। दरअसल, सोमवार को इमरान खान और ट्रंप के बीच बैठक के दौरान पाकिस्तानी पत्रकार लगातार कश्मीर पर ट्रंप से सवाल पूछ रहे थे। पत्रकारों के सवालों से खीझते हुए ट्रंप ने उल्टे इमरान से ही पूछ डाला कि आप ऐसे रिपोर्टर लाते कहां से हो? बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से ही पाकिस्तान भारत के खिलाफ दुनियाभर में प्रॉपगैंडा फैलाने में जुटा हुआ है। पाक के पीएम इमरान खान समेत उनके नेता और मंत्री भारत के खिलाफ आग उगल रहे हैं।ट्रंप के सवाल पर झेंप गए इमरान दरअसल, पाकिस्तानी पत्रकार भी कश्मीर पर इधर-उधर की बात कर रहे थे पर ट्रंप ने उन्हीं की खिंचाई कर दी। इमरान खान के साथ प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने पाकिस्तानी पत्रकारों को कई बार फटकार लगाई। दरअसल, एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्रंप से कहा कि कश्मीर में 50 दिनों से इंटरनेट, फूड सप्लाई, सब बंद हैं। इस पर ट्रंप ने उस पाकिस्तानी पत्रकार से यह सवाल तक कर दिया कि क्या वह पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं? आप जो सोच रहे हैं वहीं कर रहे हैं। आपका सवाल एक बयान है। फिर उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से भी पूछ डाला, 'ऐसे रिपोर्टर्स आप कहां से लाते हैं?' इस पर इमरान खान भी झेंप गए। पाकिस्तानी पत्रकार की चापलूसी हद तो तब हो गई जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्रंप की चापलूसी करते हुए कहा कि अगर आप कश्मीर मुद्दा का समाधान करते हैं तो नोबल पुरस्कार के हकदार हो जाएंगे। इसपर ट्रंप ने कहा, 'अगर साफ-सुथरे तरीके से यह पुरस्कार दिए जाएं तो मुझे लगता है कि मुझे कई अन्य चीजों के लिए नोबल पुरस्कार मिल सकता है। वे बराक ओबामा को देते हैं। उनके राष्ट्रपति बनने के ठीक बाद दे देते हैं और मुझे नहीं समझ आता कि उन्हें क्यों दिया गया।'इमरान के सामने मोदी के 'आक्रामक बयान' का जिक्र ट्रंप ने इमरान खान और उनके पत्रकारों की मौजूदगी में 'हाउडी मोदी' की मेगा रैली की तारीफ की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने उस मेगा रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'बेहद आक्रामक बयान' सुना है। उन्होंने ह्यूस्टन में एनआरजी स्टेडियम में 50 हजार लोगों की भीड़ का जिक्र करते हुए कहा, 'इसे वहां काफी अच्छा समर्थन मिला।' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'हाउडी मोदी' के मंच से राष्ट्रपति ट्रंप और कुछ अमेरिकी सांसदों की मौजूदगी में कहा था कि आंतकवाद का साथ देने वाले, उन्हें पालने वाले के खिलाफ निर्याणक लड़ाई का वक्त आ गया है। मध्यस्थता तभी जब भारत भी राजी हो: ट्रंप इससे पहले प्रेस वार्ता के दौरान कश्मीर मुद्दे को लेकर मध्यस्थता की बात हुई। इस पर ट्रंप ने पुरानी बात दोहराते हुए कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान दोनों राजी होते हैं तो वह मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने साफ कहा कि मैं कश्मीर मसले पर मध्यस्थता के लिए तैयार हूं, यह जटिल मुद्दा है लेकिन अगर दोनों पक्ष तैयार होते हैं तभी मैं भी तैयार हूं।ट्रंप ने किया हाउडी मोदी का जिक्र मुलाकात के दौरान इमरान पड़ोसी देशों की चर्चा कर रहे थे तभी उन्होंने अफगानिस्तान, भारत और ईरान का जिक्र किया। इस पर ट्रंप ने कहा कि आपका पड़ोसी काफी दोस्ताना है। ट्रंप पत्रकारों के सवालों का मजाक भी उड़ाते रहे। एक पत्रकार ने कहा कि अमेरिका के इतने अच्छे राष्ट्रपति पहली बार बने हैं, इस पर ट्रंप बोले कि आप यह मानते हैं, पर मैं तो पाकिस्तान पर काफी सख्त हूं। समाधान की जगह हमेशा होती है: ट्रंप राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी और पीएम इमरान खान, दोनों से उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान अपने लिए कुछ ऐसा करेंगे जो बहुत चतुराईपूर्ण और अच्छा होगा। कोई न कोई समाधान हमेशा होता है।' एक पत्रकार ने कहा कि कश्मीर समस्या का समाधान निकलने पर आपको नोबेल पुरस्कार मिल सकता है, इस पर ट्रंप बोले कि कई चीजें हैं जिस पर मुझे नोबेल मिल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि बराक ओबामा को नोबेल मिल था तो उन्हें भी नहीं पता था कि क्यों मिल गया।
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