हरियाणा में फंस रहा गणित, दुष्यंत चौटाला किंगमेकर की भूमिका में- Loktantra Ki Buniyad

नई दिल्ली: आज भले ही दो राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना हो रही है पर हरियाणा का गणित दिलचस्प होता जा रहा है। महाराष्ट्र में जहां एकतरफा तस्वीर बीजेपी और शिवसेना के पक्ष में दिख रही है तो वहीं, दिल्ली के पड़ोसी राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। '75 पार' का नारा देने वाली बीजेपी सबसे ज्यादा 38 सीटों पर आगे चल रही है पर कांग्रेस (31) उसे कड़ी टक्कर दे रही है। इन सबके बीच खास बात यह है कि जाटों की राजनीति करने वाली नई बनी जननायक जनता पार्टी का प्रदर्शन शानदार दिख रहा है और पार्टी चीफ दुष्यंत चौटाला किंगमेकर की भूमिका में उभरे हैं। अब तक मिले अनुमानों के मुताबिक JJP को 11 सीटों पर बढ़त मिल चुकी है। वहीं 6 सीटें अन्य को मिल सकती हैं। इस बीच बीजेपी की तरफ से अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी ऐक्टिव हो गए हैं। भूपेंदर सिंह हुड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की है और पार्टी हाईकमान ने उन्हें खुद फैसला लेने की छूट दे दी है। टीवी रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के बहुमत के आंकड़े से दूर रहने के रुझानों को देखते हुए पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली बुला लिया है। विधानसभा चुनाव नतीजे 2019 बीजेपी-JJP में पकेगी सियासी खिचड़ी? बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती जेजेपी को मनाने की है, जिससे वह आसानी से सरकार बनाने की स्थिति में आ सके। उधर, JJP का बीजेपी के साथ जाना आसान नहीं होगा क्योंकि जाटों ने बीजेपी के खिलाफ उसे वोट किया है। ऐसे में जनता की भावनाओं को भी ध्यान में रखना होगा।हरियाणा में बीजेपी ने टारगेट 75 पार का दिया था लेकिन पार्टी 35 पार होने को लेकर जूझ रही है। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि बीजेपी नेतृत्व हरियाणा के सीएम से नाराज हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आज शाम में हरियाणा चुनाव को लेकर बैठक हो सकती है। क्या कांग्रेस हरियाणा में मारेगी बाजी? दूसरी स्थिति कांग्रेस और जेजेपी के बीच सियासी समीकरण बनाने की है। हरियाणा में जादुई आंकड़ा 46 का है। अब तक के अनुमान के मुताबिक अगर कांग्रेस को 31 सीटें मिलती हैं तो उसे 15 सीटों को साधना होगा। अगर JJP कांग्रेस को समर्थन देने को राजी होती है तो कांग्रेस के सरकार बनाने की संभावना बढ़ सकती है। फिलहाल बीजेपी और कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व ऐक्टिव हो गया है और लगातार नेताओं से बातचीत का दौर जारी है। खबरों में तो यह भी कहा जा रहा है कि जेजेपी के दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि जो भी पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी ऑफर करेगी, वह उस पार्टी के साथ अलायंस को तैयार हैं। बादल पार कराएंगे बीजेपी की नैया? खबर है कि बीजेपी ने अपने प्लान-B पर भी काम शुरू कर दिया है। हरियाणा में अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए बीजेपी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को आगे किया है, जिससे कांग्रेस के समीकरण को ध्वस्त किया जा सके। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि अगर बीजेपी बहुमत से दूर रह जाती है तो प्रकाश सिंह बादल को डील के लिए आगे किया जा सकता है। दरअसल, प्रकाश सिंह बादल के दुष्यंत चौटाला के परिवार से दोस्ताना संबंध रहे हैं। कौन हैं दुष्यंत दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी (JJP) के अध्यक्ष और संस्थापक हैं। वह 16वीं लोकसभा में हिसार निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने जा चुके हैं। उनका जन्म 3 अप्रैल 1988 को भारतीय राजनेता और पूर्व सांसद अजय चौटाला के घर हुआ। दुष्यंत चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परपोते हैं।
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