हरियाणा: पड़ोसी अनुराग ठाकुर से एक मीटिंग...बीजेपी और दुष्यंत की जेजेपी में बन गई बात- Loktantra Ki Buniyad

नई दिल्ली: हरियाणा में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) मिलकर सरकार बनाने जा रही हैं। बहुमत से 6 सीटें पीछे रह गई बीजेपी की सरकार बनाने की तस्वीर शुक्रवार देर शाम को साफ हो गई। इस तस्वीर में जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मनोहर लाल खट्टर बाकी नेताओं के साथ विक्ट्री साइन दिखाते नजर आए। इस तस्वीर की भूमिका बनाने के पीछे बीजेपी के युवा नेता और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का खास रोल है।दुष्यंत चौटाला की तरफ से किसी भी दल (बीजेपी या कांग्रेस) से गठबंधन का खुला विकल्प देने के बाद सबसे पहले वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर 10 जनपथ स्थित चौटाला के आवास पहुंचे और फिर उन्हें अपने साथ लेकर अमित शाह के आवास गए। दरअसल हिमाचल से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का दिल्ली में 18 जनपथ पर आवास स्थित है। वहीं पड़ोस में दुष्यंत चौटाला भी रहते हैं। दोनों के बीच पुरानी दोस्ती भी है।अनुराग ठाकुर और प्रकाश सिंह बादल के जरिए दुष्यंत से हुई बात मीडिया रिपोर्ट्स की मानें को गुरुवार को नतीजे में हंग असेंबली के आसार दिखते ही अनुराग ठाकुर और प्रकाश सिंह बादल के जरिए बीजेपी की दुष्यंत चौटाला से बात हुई। दुष्यंत चौटाला ने एक दिन का समय मांगा था। अमित शाह के आवास पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। साथ ही तय हुआ कि सीएम बीजेपी का और उप-मुख्यमंत्री जेजेपी का होगा। देर शाम बीजेपी-जेजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहली बार चुनाव लड़कर 10 सीटें जीतने वाली जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया। जेजेपी ने दिया था गठबंधन का खुला विकल्प इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हरियाणा चुनाव के नतीजों मे किंगमेकर बताए जा रहे जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने गठबंधन के लिए खुला विकल्प पेश किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल अछूत नहीं है। उन्होंने कहा था, 'हमने किसी से बात नहीं की है। हरियाणा में सरकार बनाने की चाबी अभी भी जेजेपी के पास है। उन्होंने यह भी कहा था कि अभी तक उनकी पार्टी ने किसी को समर्थन देने पर विचार नहीं किया है।' चौटाला ने कहा था, 'हमारे लिए न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी अछूत हैं। हम उसी दल का समर्थन करेंगे जो हमारे अजेंडा को लागू करने पर सहमत होगी।' गोपाल कांडा पर बीजेपी के अंदर हुआ विरोध इससे पहले हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा और 6 निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी सरकार को शुक्रवार सुबह समर्थन देने का ऐलान किया, लेकिन एयर होस्टेस को सूइसाइड के लिए उकसाने के आरोपित कांडा से समर्थन लेने पर विपक्ष ही नहीं, खुद बीजेपी के अंदर से सवाल उठे। सोशल मीडिया में भी विरोध के तीखे सुर दिखे तो बीजेपी आलाकमान ने बिना कांडा के ही सरकार बनाने का खाका खींचा। जेजेपी को था विधायकों के टूटने का डर जेजेपी को भी लग रहा था कि कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावनाएं काफी कमजोर हैं। ऐसे में उसे लगता है कि हरियाणा में स्थिर सरकार के लिए दोनों दल एक साथ सरकार बनाएं तो अच्छा होगा। दूसरी ओर, सूत्र बताते हैं कि बीजेपी से गठबंधन के लिए जेजेपी की कोशिशों के पीछे यह भी वजह है कि दुष्यंत को लगता है कि आगे चलकर उसके 10 में से कुछ विधायक टूट भी सकते हैं। ऐसे में वह बीजेपी से दोस्ती कर सत्ता में रहना ज्यादा फायदेमंद मानते हैं। सत्ता में रहने पर वह अपनी नई पार्टी का कहीं ज्यादा मजबूती से विस्तार कर सकते हैं।
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