महाराष्ट्र में कब बनेगी सरकार? सोनिया-पवार की मुलाकात टिकी निगाहें, जारी है 'महासंग्राम'

मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ संभावित गठबंधन पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के बीच आज होने वाली बैठक टल गई है। महाराष्ट्र में नई साझा सरकार के गठन को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार दिल्ली में अब सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे। संभावना है कि इसमें शिवसेना के साथ राज्य में साझा सरकार पर मंथन व अंतिम फैसला लिया जाएगा। कांग्रेस व राकांपा सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पहले ही तैयार कर चुकी है। इस बीच, शिवसेना ने 18 नवंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र से पहले रविवार को दिल्ली में बुलाई गई राजग की बैठक में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। कांग्रेस व राकांपा सूत्रों ने बताया कि सीएमपी के मसौदा व तीनों दलों के बीच विभागों के बंटवारे पर भी पवार और सोनिया विचार करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पद पर तकरार के कारण भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूटने और किसी दल की सरकार नहीं बन पाने के कारण महाराष्ट्र में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। उसके बाद से शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस नई सरकार बनाने की कोशिशों में लगातार जुटे हुए हैं। राज्यसभा में विपक्ष में बैठेगी पार्टी, सीट आवंटित कांग्रेस और राकांपा के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने में जुटी शिवसेना सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर रविवार को होने वाली राजग की बैठक में शामिल नहीं होगी। शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि पार्टी का राजग से बाहर आना केवल औपचारिकता ही रह गई है। राज्यसभा में शिवसेना के लिए विपक्ष में स्थान आवंटित किया जा चुका है। पार्टी के लोकसभा में 18 और राज्यसभा में तीन सदस्य हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'मुझे जानकारी मिली है कि राजग के घटक दलों की रविवार को बैठक होने जा रही है। हमने इस बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला ले लिया है। शिवसेना को अब मुंबई के मेयर चुनाव में अकेले रहना पड़ेगा। राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा कि राज्य में मेयर के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस और राकांपा अपना प्रत्याशी उतारेगी। शिवसेना से इस संबंध में कोई बातचीत नहीं हो रही है। मुंबई, ठाणे, पुणे और औरंगाबाद सहित राज्य की 27 नगर निकायों में 22 नवंबर को मेयर के लिए चुनाव कराए जाएंगे। मुंबई और ठाणे में मेयर पद पर शिवसेना का ही कब्जा है। शिवसेना नेता संजय राउत ने मुंबई और ठाणे में मेयर का पद बचा लेने का भरोसा जताया है। 27 नगरपालिकाओं में मेयर का ढाई साल का कार्यकाल सितंबर में ही समाप्त हो चुका है। विधानसभा चुनाव के कारण उन्हें नवंबर तक का विस्तार दिया गया था। -
Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment