JNU छात्रों पर FIR, विवेकानंद की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने का आरोप

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर अपशब्द लिखने और प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. बता दें कि जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति और जेएनयू एडमिन ब्लॉक की बिल्डिंग को छात्रों ने नुकसान पहुंचाया था. बता दें कि पहले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हॉस्टल की फीस बढ़ने के कारण छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि, विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने फीस पहले जैसी नहीं रखी बल्कि थोड़ी कम कर दी. हॉस्टल फीस के ढांचे में बदलाव के बावजूद छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है और छात्र एक बार फिर प्रशासनिक भवन में घुसे और हंगामा किया. इस बीच कुछ शरारती तत्वों ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर अभद्र टिप्पणियां कर दीं.आपत्तिजनक नारे लिखे गए कैंपस में कपड़े से ढककर रखी गई विकेकानंद की मूर्ति के आसपास आपत्तिजनक नारे लिखे गए थे. दीवारों पर वीसी के खिलाफ भी नारे लिखे गए थे. बता दें कि यह मूर्ति जनवरी में प्रशासन की ओर से लागई गई थी, लेकिन अब तक इसका अनावरण नहीं हुआ है. जेएनयू छात्र संघ का कहना था कि इस घटना के जरिए आंदोलन से ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है. एनएसयूआई अध्यक्ष सनी धीमान ने इस घटना की निंदा करते कहा था कि मुझे नहीं लगता है कि जेएनयू का कोई भी छात्र ऐसा कर सकता है. उन्होंने बताया कि मूर्ति को क्षतिग्रस्त नहीं किया गया, बल्कि इस पर कुछ लिख दिया गया था. हालांकि अब हमने इसे साफ कर दिया है.ABVP ने मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का लगाया आरोप वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आरोप लगाया था कि जेएनयू में गैर-अनावरित विवेकानंद की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया है. बता दें कि इस मूर्ति के आसपास बीजेपी को लेकर कई स्लोगन लिखे थे. हालांकि प्रशासन ने इसे साफ करा दिया. एबीवीपी ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना लेफ्ट छात्र संगठनों का मानसिक दिवालियापन दिखाता है. ABVP जेएनयू में इकाई अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पहले ही इस ओर इशारा किया था कि आईसा, एसएफआई, डीएसएफ, एआईएसएफ जैसे वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता जेएनयू आंदोलन की आड़ में अपने तुच्छ राजनीतिक हितों को अनावश्यक तूल दे रहे हैं, जिसका विश्वविद्यालय से मतलब नहीं है.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने आधुनिक भारत को दिशा दिखाने में बेहद महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उन्हें किसी वैचारिक खांचे में बैठाकर नहीं देखा जा सकता. लेकिन जिस प्रकार से लेफ्ट के लोगों ने उनके स्टैच्यू को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
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