शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस में दो फाड़, सोनिया गांधी के घर मंथन जारी- Loktantra Ki Buniyad

महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर कांग्रेस बंट गई है. शुक्रवार को महाराष्ट्र कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. राज्य इकाई के नेताओं का मानना है कि सरकार बनाने के लिए पार्टी को शिवसेना का समर्थन करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व जल्दबाजी में फैसला लेना नहीं चाहती. समर्थन पर वे एनसीपी के फैसले का भी इंतजार कर रहे हैं. वहीं सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस विपक्ष में बैठने को तैयार है. इससे साफ है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में जोड़-तोड़ के दम पर सरकार नहीं बनाएगी और विपक्ष में ही बैठना उचित समझ रही है. बता दें कि इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं की सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई.बताया गया कि नेता बिना मिले ही मुंबई लौट गए. लेकिन अब 10 जनपथ पर नेताओं की सोनिया से मुलाकात हुई.बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोरट, मणिरॉव ठाकरे और पृथ्वीराज चौहान मौजूद रहे. बैठक में शामिल रहे बालासाहेब थोरट ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद हमें सभी चीजों की रिपोर्ट सोनिया गांधी को देनी थी. आज हमने विधानसभा चुनाव की सभी रिपोर्ट उन्हें दे दी. हमने काफी चर्चा की. थोरट ने कहा कि हमने सोनिया गांधी को महाराष्ट के मौजूदा राजनीतिक हालात के बारे में बताया. समर्थन पर अभी कोई रणनीति नहीं बनी.शिवसेना के अरमानों पर पानी फेरा! कांग्रेस अगर विपक्ष में बैठती है तो इससे वह शिवसेना के अरमानों पर भी पानी फेर देगी. बता दें कि शुक्रवार को ही शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र का सीएम शिवसेना का ही होगा. मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी से जारी खींचतान के बीच शिवसेना बड़े ही अरमानों के साथ एनसीपी और कांग्रेस की ओर देख रही थी. शिवसेना को आस है कि वह एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से वह सरकार बना लेगी. लेकिन अब जब कांग्रेस विपक्ष में बैठने को तैयार है तो इससे साफ है कि शिवसेना की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है. राउत बोले- मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा शिवसेना बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई रही है और बीजेपी इसपर राजी नहीं है. वहीं शिवसेना भी पीछे नहीं हट रही है और लगातार बयानबाजी कर रही है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि लिखकर ले लीजिए, मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. इसके अलावा उन्होंने ट्वीट के जरिए भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा. संजय राउत का ये बयान तब आया है जब गुरुवार को उन्होंने NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी. ये है सीटों का गणित 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए. शिवसेना के 56 और एनसीपी के 54 विधायक हैं. यानी कुल 110 विधायक ही होते हैं जो बहुमत के मैजिक नंबर से 35 कम है. ऐसे में उन्हें कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन की जरुरत होती. लेकिन अब जब कांग्रेस विपक्ष में बैठने को तैयार है तो शिवसेना के लिए बिना बीजेपी के सरकार बनाना बेहद मुश्किल होगा. सरकार बनाने को लेकर बीजेपी आश्वस्त वहीं विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त है. बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम को बुक भी कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने स्टेडियम को 5 नवंबर के लिए बुक किया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से इजाजत के बाद स्टेडियम शपथ ग्रहण के लिए बीजेपी को मिल सकेगा.
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