बिहार विधान परिषद में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह का नीतीश कुमार को टोकना भारी पड़ गया। उन्होंने कहा कि 'जेल से ही फोन आएगा। चिंता मत कीजिए। आप इसीलिए बोल रहे हैं कि आपका इम्प्रेशन न जाए कि आप चुपचाप बैठे रहते हैं।' इसके बाद नीतीश कुमार ने उनके संस्थान के हिसाब-किताब कराने की भी चेतावनी दे दी।
सुनील सिंह का टोकना नीतीश कुमार को 'अच्छा' नहीं लगा
बिहार में बिजली की मौजूदा हालात पर नीतीश कुमार बोल रहे थे। इस दरम्यान उन्होंने जो किया और पहले से जो था, दोनों पर बयान दे रहे थे। सरकार की उपलब्धियों को गिना रहे थे। पूरा सदन सुन रहा था। तभी आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह खड़े हुए और बिजली की दर को लेकर कुछ कहना चाह रहे थे। अपनी बात वो ठीक तरह से रख भी नहीं पाए। बीच में नहीं बोलने के लिए सभापति की तरफ से कहा गया। मगर वो मान नहीं रहे थे। नीतीश कुमार ने फिर उसके बाद सुनील सिंह को निशाने पर ले लिया।
'आरे फोन...ओन...आएगा न जेलवे से...बड़ाई...ओड़ाई होगा...'
नीतीश कुमार ने कहा कि 'आरे फोन...ओन...आएगा न जेलवे से...बड़ाई...ओड़ाई होगा...आपका जेलवे से...फोन आएगा...चिंता मत करिए...हम समझ रहे हैं कि बिचवा में बोल रहे हैं...इसीलिए बोल रहे हैं...ताकि ये न फैल जाए कि...आपके बारे में इम्प्रेशन हो जाए कि हम चुपचाप बैठे हुए थे...इसलिए हम समझ रहे हैं कि आपकी क्या स्थिति है। हम ठीक से जानते हैं। चलिए...अब आप समझ लीजिए।' नीतीश कुमार का पूरा इशारा आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर था। हालांकि उन्होंने एकबार भी नाम नहीं लिया।
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