क्यों देनी पड़ती है पेट्रोल, डीजल की दोगुनी कीमत?

नई दिल्ली :शुक्रवार को भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 48 पैसे महंगा होकर 79.99 रुपये प्रति लीटर हो गया तो डीजल 52 पैसे की तेजी के साथ दरअसल पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स इसकी कीमत को लगभग दोगुना कर देते हैं। अभी भी देश में सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन 39.21 रुपये प्रति लीटर की दर से डीलर को पेट्रोल देता है जिसकी कीमत एक्साइज और VAT लगने के बाद दोगुनी हो जाती है। एक्साइज ड्यूटी सामान्य पेट्रोल पर 19.48 रुपये का उत्पाद शुल्क लगता है जबकि ब्रैंडेड पेट्रोल पर यह 20.66 रुपये है। सामान्य हाई स्पीड डीजल पर 15.33 रुपये और ब्रैंडेड डीजल पर 17.69 रुपये का उत्पाद शुल्क लगता है। राज्यों में अलग-अलग VAT लगता है। महाराष्ट्र सरकार मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में पेट्रोल, डीजल पर सबसे ज्यादा क्रमश: 39.12% और 24.78% वैट लगाती है। पंजाब में 35.12%, आंध्र प्रदेश में 35.77% और मध्य प्रदेश में 35.78% वैट लगता है। डीलर कमिशन पिछले साल अगस्त में तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलरों का कमिशन 55 फीसदी तक बढ़ा दिया था जिससे स्टाफ को ज्यादा वेतन दिया जा सके। पेट्रोल पंप की लोकेशन के हिसाब से अलग-अलग कमिशन दिया जाता है। पेट्रोल पर 3 से 3.65 रुपये तक का कमिशन है और डीजल पर 2 से 2.62 रुपये तक का कमिशन दिया जाता है। खुदरा मूल्य एक्साइज ड्यूटी, VAT और डीलर कमिशन जोड़ने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत लगभग दोगुनी हो जाती है। भारत के रुपये के अनुसार वर्तमान में पाकिस्तान में पेट्रोल, 57.83 रुपये, श्री लंका में 64.12 रुपये, नेपाल में 68.30 और बांग्लादेश में 73.06 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
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