ईडी ही नहीं आयकर विभाग के भी निशाने पर है रतुल पुरी, पिता के साथ हो चुकी है पूछताछ-Loktantra Ki Buniyad

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री कमलनाथ के भांजे (Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath) रतुल पुरी का नाम पहले भी चर्चा में आ चुका है। वह अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी केस में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate ED) की जांच के दायरे में है। इसके अलावा वह कर चोरी के मामलों में आयकर विभाग (Income tax department) के निशाने पर भी रहा है। आयकर विभाग ने लगाया था करोड़ों की कर चोरी का पता बीते दिनों आयकर विभाग ने कमलनाथ के रिश्‍तेदारों की कंपनियों पर छापे मारे थे और 1,350 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता लगाया था। यही नहीं आयकर विभाग ने तीन करोड़ रुपये की अघोषित संपत्तियां भी जब्‍त की थी। कमलनाथ के इन रिश्‍तेदारों में रतुल पुरी भी शामिल था। रतुल पुरी हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का अध्यक्ष है। उसकी मां नीता मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता कमलनाथ की बहन हैं। सात अप्रैल को कई ठिकानों पर हुई थी छापेमारी आयकर विभाग की ओर से यह छापेमारी सात अप्रैल को दिल्‍ली-एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में एमबी पॉवर मध्‍य प्रदेश (MB Power), हिंदुस्‍तान पॉवर प्रोजेक्‍ट, हिंदुस्‍तान क्‍लीन इनर्जी (Hindustan Cleanenergy), स्विफ्ट पॉवरटेक (Swift Powertech) के ठिकानों पर की गई थी।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Taxes, CBDT) के अनुसार, तलाशी अभियान के दौरान आयकर विभाग को शेल कंपनियों द्वारा करोड़ों की कर चोरी के सबूत भी मिले थे। कंपनी में कंपनियों का जाल हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जिसके चेयरमैन रतुल पुरी (Ratul Puri) हैं, वह थर्मल पॉवर जनरेटिंग कंपनी है। जबकि हिंदुस्‍तान क्‍लीन इनर्जी उसकी सहयोगी सौर ऊर्जा उत्‍पादक कंपनी है। एमबी पॉवर भी हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की ही सहभागी कंपनी है जो मध्‍य प्रदेश के अन्‍नूपुर (Annupur) में 1,200 मेगावॉट कोल पॉवर प्रोजेक्‍ट का संचालन करती है। इसे हम यूं समझ सकते हैं कि एक बड़ी कंपनी द्वारा कई लेग्‍स कंपनियां खड़ी की गई हैं। पिता दीपक पुरी ने खड़ी की थी मोजर बियर प्रोजेक्‍ट हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड हाल ही में मोजर बियर प्रोजेक्‍ट (Moser Baer Projects) को लेकर सुर्खियों में आई थी। मोजर बियर प्रोजेक्‍ट की स्‍थापना दीपक पुरी (Deepak Puri) द्वारा की गई जो रतुल पुरी के पिता हैं। यह कंपनी सोलर पैनलों और इलेक्‍ट्रॉनिक स्‍टोरेज सामानों का निर्माण करती थी। साल 2013 में इसे हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दोबारा शुरू किया गया। इस कंपनी में 32 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना थी। दीपक पुरी भी हैं ईडी के निशाने पर हैरानी की बात यह है कि मोजर बियर के चेयरमैन दीपक पुरी भी ईडी के निशाने पर हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में उन्‍हें भी अगस्‍ता वेस्‍टलैंड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके बेटे रतुल पुरी के साथ बैठाकर पूछताछ की थी। यह पूछताछ इस केस में 3,600 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर की गई थी। सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा है कि समूह ने शेल कंपनियों का इस्‍तेमाल करते हुए प्रविष्टियां की जो पकड़ में आ गई हैं। हवाला ऑपरेटरों की भी मदद ली सीबीडीटी के मुताबिक, समूह के बिजली संयंत्र के केस में कथित तौर पर लगभग 330 करोड़ रुपये का खर्च फर्जी बिलिंग के जरिए दिखाया गया।

यही नहीं रकम जुटाने के लिए हवाला ऑपरेटरों की भी मदद ली गई। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग ने छापेमारी में एक हाथ से लिखी डायरी बरामद की है जिसमें 240 करोड़ की नकदी प्रविष्टियां दर्ज हैं। सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग को करोड़ों रुपयों की गड़बड़ी का संदेह है। राजीव सक्सेना के खुलासे के बाद कसा शिकंजा इन सबके अलावा, 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी अगस्‍ता वेस्‍टलैंड केस से जुड़े धन शोधन मामले में सरकारी गवाह बने बिचौलिये और दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना के बयान में रतुल पुरी का नाम सामने आया है। इसके बाद ईडी ने उस पर शिकंजा कसना शुरू किया है। बता दें कि फरवरी 2010 में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने ब्रिटिश-इटैलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद का सौदा किया था। इसके तहत 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद होनी थी।
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