भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की तुलना क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से हमेशा की जाती है. इसका कारण कोहली की बेहतरीन बल्लेबाजी है. हालांकि विराट कोहली ने हमेशा इस तुलना से दूरी बनाए रखी है. कोहली ने कहा है कि सचिन उनके बचपन के हीरो हैं.
विराट कोहली ने हाल ही में बताया कि उन्होंने कभी यह बात मानने से इनकार नहीं किया है कि वह हमेशा से सचिन की तरह बनना चाहते थे. कोहली ने एक वेब शो 'इन डेप्थ विद ग्राहम बेनसिंगर' में कहा कि वह जो करते थे, वो प्योर स्किल्स होती थीं. वह जिस तरह से बल्लेबाजी करते थे वो बाकी सभी से अलग थी और इसी बात ने मुझे प्रभावित किया.
मैं होता तो जिता लाता...
विराट कोहली ने कहा, 'मैं हमेशा कहता था कि यह काफी अलग हैं और यह इतना मनोहर था कि मैं अपनी आंखे नहीं हटा पाता था. मैं दुकान पर जाता था और चिप्स वगैरह खरीदने के बाद टीवी के सामने सिर्फ उन्हें देखने बैठता था. इसमें बेहद मजा आता था. कोहली ने कहा कि मैं हमेशा लोगों से कहता था कि मैं सचिन की तरह बनना चाहता हूं.'
टीम इंडिया के कप्तान ने कहा कि मुझे एक चीज याद है कि जब मैं मैच देखता था और भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए हार जाती थी तो मैं सोते समय यह सोचता था कि अगर मैं उस स्थिति में होता तो मैं मैच जिता ले जाता.
कोहली ने कहा कि ऐसा मेरे करियर में अभी तक कई बार हो चुका है. मैं इस तरह के मैचों का हिस्सा रहा हूं और टीम को मैच जिता ले गया हूं. बता दें कि कोहली को मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है.
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विराट कोहली बोले- सपने में सोचता था अगर मैं होता तो टीम को जीत दिलाकर लौटता- Loktantra Ki Buniyad
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