सूचना सक्रियता के मार्ग में सीमा बाधा नहीं होनी चाहिए: डिजिटल मंत्रियों के बैठक में रविशंकर प्रसाद - Ravi shankar prasad talk on international cooperation cyber terrorism

भारत में बढ़ते साइबर अपराध और साइबर आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए भारत सरकार ने समय-समय पर कड़े कदम उठाए हैं. इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात की है. डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जी-20 के डिजिटल मंत्रियों की जर्मनी में हुई द्विपक्षीय बैठक में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद इस मुद्दे बोले.

रविशंकर प्रसाद ने दूसरी डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं के साथ डिजिटल इंडिया प्रयासों को साझा करने की भारत की ओर से पेशकश की. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत का यह भी मानना है कि डिजिटीकरण के प्रसार के लिए बहुहित धारकों वाला मॉडल श्रेष्ठ है. उन्होंने कहा कि पेशेवर लोगों तथा सूचना सक्रियता के मार्ग में सीमा बाधा नहीं होनी चाहिए. रूसी संघ, इंडोनेशिया, जर्मनी, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, सिंगापुर, चीन, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार यूनियन (आइटीयू) के साथ द्वीपक्षीय वार्ता हुई.

जी-20 डिजिटल मंत्रि स्तरीय बैठक जर्मनी के डसेलडॉर्फ में हुई. 2016 में चीन के राष्ट्रपति की अध्यक्षता में हांगझोउ सम्मेलन में डिजिटल अर्थव्यवस्था सहयोग स्वीकार करने के बाद डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जी-20 सहयोग विशेष प्राथमिकता का क्षेत्र हो गया है. जर्मनी के राष्ट्रपति ने इसे आगे बढ़ाया है. जर्मनी ने डिजिटल प्रौद्योगिकी की क्षमता और समग्र अर्थव्यवस्था पर इसके व्यापक प्रभाव को महसूस करते हुए डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्यबल को मंत्रिस्तरीय दर्जा दिया है.

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