नई दिल्ली: निधास ट्रॉफी त्रिकोणीय टी20 सीरीज अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर से है. प्रतियोगिता में भारतीय टीम फाइनल में प्रवेश कर चुकी है जबकि फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम का फैसला शुक्रवार को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले मैच के परिणाम से होगा. इस मुकाबले में जो भी टीम जीतेगी, वह फाइनल में स्थान बनाने में सफल रहेगी. फाइनल मैच 18 मार्च को खेला जाएगा. भारतीय टीम ने बुधवार को खेले गए मैच में रोहित शर्मा और वाशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन की बदौलत बांग्लादेश को 17 रन से हराया. इस मैच में वाशिंगटन सुंदर ने गेंदबाजी में कमाल करते हुए तीन विकेट झटके. अपने इस प्रदर्शन के बाद वे मैन ऑफ द सीरीज के मजबूत दावेदार बनकर उभरे हैं. वैसे, वाशिंगटन सुंदर के अलावा भारतीय ओपनर शिखर धवन, बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम तथा श्रीलंका के कुसल मेंडिस और कुसल परेरा भी इस प्रतिष्ठित अवार्ड की रेस में हैं. मैन ऑफ द सीरीज के लिए सुंदर की दावेदारी इस कारण से मजबूत मानी जा रही है....
ऑफ ब्रेक बॉलर वाशिंगटन सुंदर ने टूर्नामेंट में अब तक सबसे अधिक विकेट लिए हैं. प्रतियोगिता के चार मैचों में उन्होंने सात विकेट हासिल किए हैं. बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार के मुकाबले में भारतीय टीम यदि 176 के स्कोर को डिफेंड कर पाई तो इसका बहुत कुछ श्रेय 18 साल के चेन्नई के सुंदर को जाता है. उन्होंने अपने चार ओवर में केवल 22 रन दिए और तीन बहुमूल्य विकेट झटके. बांग्लादेश के तीन शुरुआती बल्लेबाजों लिटन दास, सौम्य सरकार और तमीम इकाबाल को सुंदर ने ही आउट किया.
वाशिंगटन सुंदर ने चार मैचों में 13.42 के औसत से सात विकेट हासिल किए हैं. उन्होंने अब तक चार मैचों में कोटे के पूरे 16 ओवर करते हुए केवल 94 रन खर्च किए हैं. टी20 के लिहाज से बात करें तो इस गेंदबाजी औसत से प्रदर्शन करना खासा मुश्किल हैं. वैसे भी टी20 मैचों में ज्यादातर विकेट बल्लेबाजों के मददगार होते हैं. ऐसे में वाशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन की जितनी तारीफ की जाए, कम है.
सुंदर ने भारतीय टीम के लिए न सिर्फ सर्वाधिक विकेट हासिल किए बल्कि रन खर्च करने के मामले में भी वे 'कंजूस' साबित हुए. प्रतियोगिता के शीर्ष पांच गेंदबाजों में सिर्फ सुंदर का इकोनॉमी रेट ही 6 रन प्रति ओवर से कम (5.87 ) रहा है. उनका स्ट्राइक रेट 13.7 का रहा है. गौरतलब है कि घरेलू क्रिकेट में सुंदर हरफनमौला की हैसियत से खेलते हैं. ऑफ ब्रेक बालिंग के अलावा वे बाएं हाथ के उपयोगी बल्लेबाज भी हैं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 12 मैचों में वे एक शतक और दो अर्धशतक बना चुके हैं.सबसे बड़ी बात यह है कि दबाव के क्षणों में सुंदर टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हैं.
ऑफ ब्रेक बॉलर वाशिंगटन सुंदर ने टूर्नामेंट में अब तक सबसे अधिक विकेट लिए हैं. प्रतियोगिता के चार मैचों में उन्होंने सात विकेट हासिल किए हैं. बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार के मुकाबले में भारतीय टीम यदि 176 के स्कोर को डिफेंड कर पाई तो इसका बहुत कुछ श्रेय 18 साल के चेन्नई के सुंदर को जाता है. उन्होंने अपने चार ओवर में केवल 22 रन दिए और तीन बहुमूल्य विकेट झटके. बांग्लादेश के तीन शुरुआती बल्लेबाजों लिटन दास, सौम्य सरकार और तमीम इकाबाल को सुंदर ने ही आउट किया.
वाशिंगटन सुंदर ने चार मैचों में 13.42 के औसत से सात विकेट हासिल किए हैं. उन्होंने अब तक चार मैचों में कोटे के पूरे 16 ओवर करते हुए केवल 94 रन खर्च किए हैं. टी20 के लिहाज से बात करें तो इस गेंदबाजी औसत से प्रदर्शन करना खासा मुश्किल हैं. वैसे भी टी20 मैचों में ज्यादातर विकेट बल्लेबाजों के मददगार होते हैं. ऐसे में वाशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन की जितनी तारीफ की जाए, कम है.
सुंदर ने भारतीय टीम के लिए न सिर्फ सर्वाधिक विकेट हासिल किए बल्कि रन खर्च करने के मामले में भी वे 'कंजूस' साबित हुए. प्रतियोगिता के शीर्ष पांच गेंदबाजों में सिर्फ सुंदर का इकोनॉमी रेट ही 6 रन प्रति ओवर से कम (5.87 ) रहा है. उनका स्ट्राइक रेट 13.7 का रहा है. गौरतलब है कि घरेलू क्रिकेट में सुंदर हरफनमौला की हैसियत से खेलते हैं. ऑफ ब्रेक बालिंग के अलावा वे बाएं हाथ के उपयोगी बल्लेबाज भी हैं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 12 मैचों में वे एक शतक और दो अर्धशतक बना चुके हैं.सबसे बड़ी बात यह है कि दबाव के क्षणों में सुंदर टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हैं.
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