ट्रेन से सफर करने वालों को PM मोदी का तोहफा- pmo-order-railway-ministry-to-improve

नई दिल्ली: चुनावी साल में रेल मुसाफिरों का दिल जीतने के लिए रेल मंत्रालय बडा कदम उठाने जा रहा है. राजधानी, शताब्दी और दुरंतों में खान-पान का तरीका बदलने के अलावा ट्रेनों की लेट-लतीफी में सुधार, हाइजीन यानी सफाई व्यवस्था का भी ध्यान रखेगा. दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय ने रेल मंत्रालय को यह निर्देश दिए हैं. पीएमओ हर महीने 9 इंफ्रा सेक्टर्स की मीटिंग लेता है. इस मीटिंग में मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा की जाती है. जरूरी सुधार या बदलाव के दिशा-निर्देश दिए जाते हैं. पीएमओ ने रेल मंत्रालय को साफ निर्देश दिया कि रेलवे की गिरती छवि को सुधारने के लिए तीन दिशाओं में काम करना होगा. कॉम्बो मील देने की तैयारी रेलवे ने अपना पूरा ध्यान फिलाहल राजधानी, शताब्दी और दुरंतों पर केंद्रित किए हुए है. पीएमओ के निर्देश के बाद रेलवे का केटरिंग में सुधार को लेकर जबरदस्त जोर है. रेलवे सभी शताब्दी ट्रेन में कॉम्बो मील को मेन्यू में शामिल करने की तैयारी कर रही है. कॉम्बो मील के तहत छोले भठूरे, इडली सांभर से लकेर लोकल क्यूजीन को ज्याद से ज्यादा शामिल करना चाहती है. पूरी-सब्जी के कॉम्बो को भी फिर से मेन्यू में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है.सूखे और ड्राई आइटम पर जोर इसी तरह राजधानी और दुरंतो में बदलाव के तहत मेन्यू में ग्रीन टी शामिल करना, चॉकलेट, पैक्जड आइटम की संख्या बढाने पर अमल किया जा रहा है. सूखे या ड्राई आइटम पर जोर रहेगा. इसके तहत रेलवे एअरलाइनस मॉडल को अपनाना चाहती है. मेन्यू में वेज बिरयानी, रोटी- सूखी सब्जी और एक तरल सब्जी या दाल ही मिलेगी. परोसने के तरीके में भी होगा बदलाव रेलवे में सिर्फ खाने-पीने की चीजें ही नहीं बल्कि उसे परोसने के तरीके में भी बदलाव करने की योजना है. तीन महीने के भीतर सभी खाना परोसने वाले एक सी ड्रेस में नजर आएंगे, जिसमें आईआरसीटीसी अंकित होगा और साथ में शिकायत करने वाला मोबाइल नंबर भी ड्रेस पर साफ-साफ अंकित होगा.खाने के साथ हैंड सैनेटाइजर भी मिलेगा
इस सबके साथ बच्चों के लिए खाने में कुछ आइटम शामिल करने की योजना है लेकिन, फिलहाल उस पर रेलवे में एकमत सहमति नहीं बनी है. क्योंकि, इससे ना केवल कॉस्टिंग बढेगी बल्कि फूड वेस्टेड का भी ज्यादा मामला बन सकता है. खास बात यह है कि खाने के साथ ही यात्रियों को हाथ साफ रखने के लिए हैंड सैनेटाइजर भी दिया जाएगा. सरकार चुनावी साल में चाहती है कि यात्रियों की नजर में रेलवे की छवि में सुधार हो.
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