तीसरी बार ममता बनर्जी का कार्यक्रम रद्द, तृणमूल का दावा- ये बीजेपी और आरएसएस की साजिश-st-stephens-college-cancels-mamata-banerjee

नई दिल्ली/कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आजकल अपने कार्यक्रम रद्द होने से ज्यादा चर्चा में हैं. 1 अगस्त को राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज में वह स्टूडेंट्स को संबोधित करने वाली थीं. लेकिन उनका अब ये कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. जब कॉलेज से प्रबंधन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे प्रोटोकॉल का मामला बताया. इस बारे में तृणमूल की ओर से कहा गया है कि कॉलेज की ओर से हमें इस बारे में लिखित सूचना मिल चुकी है. कॉलेज ने लिखित में इसके लिए खेद जताया है कि उन्हें अंतिम समय में ये कार्यक्रम रद्द करना पड़ रहा है. हालांकि तृणमूल की ओर से दावा किया जा रहा है कि ये सब ममता बनर्जी से डरकर भाजपा और आरएसएस की साजिश का हिस्सा है. उन्होंने जब से बीजेपी की नींद हराम की है, तब से वह उनके खिलाफ हर संभव साजिश कर रहे हैं. पहले उन्होंने शिकागो की विजिट रद्द कराई. फिर चीन की यात्रा उन्हें रद्द करनी पड़ी अब सेंट स्टीफन कॉलेज का ये कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. हालांकि दिल्ली आने का उनका कार्यक्रम यथावत रहेगा. ममता बनर्जी ‘संघीय मोर्चा’ रैली में विपक्षी नेताओं को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने के लिए तीन दिनों के लिए दिल्ली में रहेंगीं. उनकी अगले साल जनवरी में कोलकाता में रैली आयोजित करने की योजना है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि ममता का 30 जुलाई को दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम है. ममता बनर्जी सोमवार को दिल्ली में ईसाई पादरियों की एक मीटिंग को संबोधित करेंगीं. हाल के दिनों में अगर देखा जाए तो ममता बनर्जी का ये तीसरा कार्यक्रम है, जिसे अंतिम समय में रद्द किया गया है. जून में ममता बनर्जी की चीन यात्रा भी अंतिम समय में रद्द हो गई थी. इससे पहले पिछले अगस्त में ममता बनर्जी की शिकागो यात्रा भी आखिरी समय में रद्द हो गई थी. उस समय वह विवेकानंद की ऐतिहासिक शिकागो यात्रा के उपलक्ष्य में होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रही थीं, लेकिन कार्यक्रम आयोजित करने वाली संस्था के सीनियर सदस्य की मृत्यु हो जाने के कारण कार्यक्रम रद्द हो या गया था. अगले चुनावों से पहले ममता बनर्जी जुटीं समर्थन जुटाने में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ प्रस्तावित ‘संघीय मोर्चा’ के लिए समर्थन जुटाने के अपने प्रयास के तहत दिल्ली के अपने पिछले दौरे के दौरान उन्होंने क्षेत्रीय और विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की थी. 31 जुलाई को दिल्ली पहुंच रही ममता बनर्जी ईसाई संगठनों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ‘देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ व्याप्त डर का वातावरण और असहिष्णुता’ के मुद्दे पर अपने विचार रखेंगी.
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