पूजा की इस लंबी छुट्टी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में पहली बैठक करेंगी. बैठक में वैसे तो कई मुद्दों पर चर्चा होगी, पर मुख्य रूप से इसमें सिंगुर के किसानों को उनकी जमीन लौटाने के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया जायेगा.
स्वयं मुख्यमंत्री ने सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन लौटाने के लिए 21 अक्तूबर की तारीख निर्धारित की है, पर अब वह चाहती हैं कि निर्धारित समय से पहले ही किसानों की जमीन उनके हवाले कर दी जाये. मुख्यमंत्री की इस इच्छा को देखते हुए प्रशासन ने पिछले कई दिनों से अपनी गतिविधियां तेज कर रखी हैं. सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन लौटाने और उस जमीन को खेती योग्य बनाने के लिए चल रहे कामकाज पर नजर रखने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को सौंप रखी है.
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में श्री चटर्जी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को पेश करेंगे. बैठक में सिंगूर के गोपालनगर मौजा के उस 25 एकड़ जमीन के बारे में भी चर्चा होगी, जिसे खेती के लायक बनाया जा चुका है आैर यह 25 एकड़ जमीन किसानों को लौटाये जाने के लिए पूरी तरह तैयार है. श्री चटर्जी ने स्वयं बताया है कि अगर मुख्यमंत्री निर्देश दें, तो हम लोग सोमवार से यह जमीन किसानों को लौटाना शुरू कर दें. सभी किसानों को एक साथ जमीन नहीं दी जायेगी, बल्कि चरणबद्ध तरीके से जमीन की वापसी होगी. सोमवार की इस बैठक में ही यह तय होगा कि गोपालनगर मौजा की 25 एकड़ जमीन कब से लौटायी जाये.
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