भक्त प्रहलाद की भक्ति अमर है : आचार्य बृजेश जी महाराज

नई दिल्ली । आज दिनांक 29 अगस्त को वैष्णो माता मंदिर मुकुंदपुर में आयोजित चतुर्थ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचक श्री बृजेश जी महाराज में भक्तों को जड़भरत और भक्त प्रहलाद की कथा सुनाई जिसमे भक्त प्रहलाद के बारे में बताया गया कि वो बालक जब माँ के गर्भ में था उसी समय से प्रभु भक्ति में लीन था । जन्मोपरांत किस प्रकार उन्होंने अपने पिता हृनाकश्यप को प्रभु नारायण के बारे में बताया फिर भी उसके पिता द्वारा भक्त प्रहलाद को बार-बार ये समझना कि मैं ही इस सृष्टि का भगवान हूँ सब मेरी पूजा आराधना करें जैसे शब्दों का कहना फिर भी भक्त प्रहलाद का अपने पिता के स्वरूप को भगवान न मानना यही तो सच्ची भक्ति को दर्शाता है । क्योंकि भक्त प्रहलाद को भली भांति पता था कि प्रभु कौन है और कहां है । सात दिन की कथा में आज तृतीय दिवस था । बुधवार को भगवान राम का जन्म, भगवान कृष्ण का जन्म की कथा सुनाई जाएगी । इस कथा में मुकुंदपुर के काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर कथा का आनंद लिया ।






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