टीम इंडिया को पहले के मुकाबले 84 दिन कम क्रिकेट खेलनी होगी - team india played less 84 days in next

नई दिल्ली : लगता है टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की बात का असर बीसीसीआई पर हो गया है. अब टीम इंडिया को पहले के मुकाबले 84 दिन कम क्रिकेट खेलनी होगी. फ्यूचर प्रोग्राम पर जब बोर्ड के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी से पूछा गया कि इसका मतलब है कि केवल चार देश ही एक दूसरे के खिलाफ अधिक टेस्ट मैच खेलेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘आप ऐसा कह सकते हो.’ बोर्ड सचिव से पूछा गया कि कोहली के थकान के मसले पर कितना गौर किया गया, उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम को 2015 से 2019 के बीच सभी प्रारूपों (देश और विदेश) में 390 दिन क्रिकेट खेलनी थी.


नये प्रस्ताव में 2019 से 2023 के बीच उन्हें 306 दिन ही क्रिकेट खेलनी होगी.’ इसका मतलब है कि पिछले चक्र में भारतीय टीम के लिये औसतन 97.5 दिन थे, जो अगले चक्र में 76.5 दिन हो जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘इसमें आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी और विश्व कप शामिल नहीं हैं जिनकी मेजबानी क्रमश: 2021 और 2023 में भारत को करनी है.’नया एफटीपी इस तरह से तैयार किया गया है ताकि अक्टूबर 2018 में बीसीसीआई को अच्छा प्रसारण करार हासिल हो. अभी वर्तमान प्रसारण अधिकार स्टार स्पोट्र्स के पास हैं,  जिसकी अवधि मार्च 2018 में समाप्त हो रही है. अन्य मसलों में बीसीसीआई ने कोच्चि टस्कर्स केरला के खिलाफ अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखने का फैसला किया, जिसने हाल में 850 करोड़ रुपए का मुआवजे का दावा जीता था.



चौधरी ने कहा, ‘‘कोच्चि के पक्ष में फैसला दिया गया था जिसको बीसीसीआई ने चुनौती दी है. हालांकि हमारी इस पूर्व फ्रेंचाइजी के साथ अदालत से बाहर मामला सुलझाने के संदर्भ में बात हुई थी. इसके बाद हमने अपनी कानूनी टीम को यह मामला सौंप दिया. हमने फैसला किया कि हमें अदालत से बाहर यह मामला नहीं सुलझाना चाहिए. हम कानूनी प्रक्रिया जारी रखेंगे.’ एसजीएम में एक अन्य फैसला राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का निलंबन हटाने का किया गया लेकिन इस शर्त के साथ कि पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी आरसीए के संचालन से दूर रहेंगे. बीसीसीआई ने क्रिकेटरों के डोप परीक्षण के मुद्दे पर भी अपना रुख बरकरार रखते हुए कहा कि नाडा के खिलाड़ियों का परीक्षण करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि बोर्ड वाडा के नियमों का पालन करता है.
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