नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कोच स्टीफन कॉन्स्टेनटाइन ने टीम के साथ करार के विस्तार को स्वीकार कर लिया है. कॉन्स्टेनटाइन का करार अगले साल होने वाले एएफसी एशिया कप के बाद भी जारी रहेगा. भारतीय टीम अगले साल होने वाले एशिया कप में हिस्सा लेगी. इसमें दो राय नहीं कि कॉन्स्टेनटाइन के साथ करार आगे बढ़ना भारतीय फुटबॉल के लिए अच्छी खबर है क्योंकि वह लंबे समय से टीम के साथ जुड़े हैं. और भारतीय सिस्टम और संस्कृति को अच्छी तरह से समझते हैं.
कोच कॉन्स्टेनटाइन ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'अखिल भारतीय फुटबाल संघ के साथ दूसरी बार करार में विस्तार को स्वीकार कर मैं एक बार फिर लंबे समय के लिए टीम से जुड़ गया हूं. मुझे निश्चित तौर पर इस पर गर्व है. यह समय काफी खास रहा है, क्योंकि हमने एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया है और एसएएफएफ टूर्नामेंट जीता और भारतीय टीम को उसके इतिहास में सबसे उच्च रैंकिंग पर लेकर गए.
उन्होंने कहा, '96वीं रैंकिंग हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है. मैं एआईएफएफ, अपने स्टॉफ और निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ियों के समर्थन के बगैर ऐसा नहीं कर पाता' बता दें कि एआईएफएफ और कांस्टेनटाइन के बीच उनके वेतन को लेकर काफी बहस चल रही थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि मुद्दा सुलझ गया है. टीम के साथ उनका पुराना करार मार्च, 2018 में समाप्त होगा.
बहरहाल करार आगे बढ़ने के साथ ही कॉन्स्टेनटाइन ने इतिहास रच दिया है. कॉन्स्टेनटाइन भारतीय फुटबॉल कोच पद पर लंबे समय तक बने रहने वाले विदेशी कोच बन गए हैं. वह 2002-05 और अब 2015-19 तक इस पद पर बने रहेंगे.
कोच कॉन्स्टेनटाइन ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'अखिल भारतीय फुटबाल संघ के साथ दूसरी बार करार में विस्तार को स्वीकार कर मैं एक बार फिर लंबे समय के लिए टीम से जुड़ गया हूं. मुझे निश्चित तौर पर इस पर गर्व है. यह समय काफी खास रहा है, क्योंकि हमने एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया है और एसएएफएफ टूर्नामेंट जीता और भारतीय टीम को उसके इतिहास में सबसे उच्च रैंकिंग पर लेकर गए.
उन्होंने कहा, '96वीं रैंकिंग हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है. मैं एआईएफएफ, अपने स्टॉफ और निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ियों के समर्थन के बगैर ऐसा नहीं कर पाता' बता दें कि एआईएफएफ और कांस्टेनटाइन के बीच उनके वेतन को लेकर काफी बहस चल रही थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि मुद्दा सुलझ गया है. टीम के साथ उनका पुराना करार मार्च, 2018 में समाप्त होगा.
बहरहाल करार आगे बढ़ने के साथ ही कॉन्स्टेनटाइन ने इतिहास रच दिया है. कॉन्स्टेनटाइन भारतीय फुटबॉल कोच पद पर लंबे समय तक बने रहने वाले विदेशी कोच बन गए हैं. वह 2002-05 और अब 2015-19 तक इस पद पर बने रहेंगे.
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