जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सीआरपीएफ के गश्ती दल पर ग्रेनेड हमले की खबर है. इस हमले में अर्द्धसैनिक बल के एक जवान समेत 8 स्थानीय नागरिक ज़ख़्मी हो गए हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने दल पर सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर ग्रेनेड फेंका. घायलों को शोपियां के जिला अस्पताल ले जाया गया है. आतंकियों की धर पकड़ के लिए सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है.
आपको बता दें कि भारत के द्वारा पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से आतंकी बौखला गए हैं और घाटी में मौजूद सुरक्षा बलों को लगातार निशाना बना रहे हैं. सिर्फ राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर दो बार हमला करने की कोशिश की जा चुकी है जबकि कश्मीर के ही पंपोर में एक सरकारी इमारत में कुछ आतंकवादियों को छुपे हुए 24 घंटे से भी अधिक हो चुके हैं और मुठभेड़ जारी है. युवा कश्मीरियों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए बनाई गई इस इमारत और उसके आसपास के इलाके से नियमित रूप से गोलीबारी तथा धमाकों की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं.
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के कब्ज़े में कोई बंधक नहीं हैं, क्योंकि राज्य में आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से व्याप्त तनाव के माहौल की वजह से इमारत में पिछले तीन महीने से कोई क्लास नहीं लगाई जा रही थी. केसर की खेती के लिए मशहूर पाम्पोर में सोमवार को सुबह 6:30 बजे आतंकवादी इस इमारत में घुसे थे. इसी इंस्टीट्यूट में फरवरी में भी बड़ा हमला हुआ था, और उस हमले में ढेर कर दिए गए तीन आतंकवादियों के अलावा पांच सैनिक शहीद हुए थे, और एक नागरिक भी मारा गया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने दल पर सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर ग्रेनेड फेंका. घायलों को शोपियां के जिला अस्पताल ले जाया गया है. आतंकियों की धर पकड़ के लिए सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है.
आपको बता दें कि भारत के द्वारा पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से आतंकी बौखला गए हैं और घाटी में मौजूद सुरक्षा बलों को लगातार निशाना बना रहे हैं. सिर्फ राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर दो बार हमला करने की कोशिश की जा चुकी है जबकि कश्मीर के ही पंपोर में एक सरकारी इमारत में कुछ आतंकवादियों को छुपे हुए 24 घंटे से भी अधिक हो चुके हैं और मुठभेड़ जारी है. युवा कश्मीरियों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए बनाई गई इस इमारत और उसके आसपास के इलाके से नियमित रूप से गोलीबारी तथा धमाकों की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं.
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के कब्ज़े में कोई बंधक नहीं हैं, क्योंकि राज्य में आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से व्याप्त तनाव के माहौल की वजह से इमारत में पिछले तीन महीने से कोई क्लास नहीं लगाई जा रही थी. केसर की खेती के लिए मशहूर पाम्पोर में सोमवार को सुबह 6:30 बजे आतंकवादी इस इमारत में घुसे थे. इसी इंस्टीट्यूट में फरवरी में भी बड़ा हमला हुआ था, और उस हमले में ढेर कर दिए गए तीन आतंकवादियों के अलावा पांच सैनिक शहीद हुए थे, और एक नागरिक भी मारा गया था.
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