नई दिल्ली: पुणे में हुई हिंसा के अगले दिन मंगलवार को महाराष्ट्र के विभिन्न भागों में गुस्साए दलितों ने प्रदर्शन किए, रेल व सड़क यातायात रोका और बुधवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया. इस घटना पर बॉलीवुड के कई सितारों ने अपना विरोध दर्ज कराया है. राहुल ढोलकिया, अनुभव सिन्हा, पुलकित सम्राट और विशाल ददलानी जैसी बॉलीवुड हस्तियों ने महाराष्ट्र में कुछ दलित पार्टियों द्वारा बुलाए गए बंद की निंदा की है. बता दें कि महाराष्ट्र बंद ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया था. इस वजह से मुंबई में रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुए थे. पीटीआई के मुताबकि प्रदर्शनकारियों ने सिटी बसों पर हमला किया, उपनगरीय लोकल सेवाओं को रोक दिया और शहर में विभिन्न स्थानों पर सड़कों को अवरूद्ध कर दिया.
फिल्मकार अशोक पंडित ने ट्वीट किया, 'हिंसा के डर की वजह से कर्मचारी अपने काम पर नहीं पहुंच पाए जिसके कारण फिल्म सिटी, मध और अन्य स्थानों पर फिल्म और टीवी की शूटिंग रुक गई. यह दुखद है.'
वहीं निर्देशक अनुभव सिन्हा ने ट्वीट किया, 'मुझे नहीं पता कि मैं छोटे बच्चों को कैसे समझाऊं कि आज महाराष्ट्र में क्या हुआ. मुझे क्या कहना चाहिए ताकि वे समझ सकें? वे जानना चाहते हैं.' वहीं राहुल ढोलकिया ने ट्वीट किया, "जातीय राजनीति, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति और वर्ग की राजनीति, अंतत: भारत को नष्ट कर देगी. शासन करने की शक्ति खतरनाक है! सिनेमा नहीं मारता, राजनीति मारती है.'
पिछले दिनों फिल्म 'फुकरे 2' में नजर आए एक्टर पुलकित सम्राट ने भी इस स्थिति पर अपना विरोध प्रदर्शित किया है. पुलकित ने ट्वीट किया, 'और अब एक ही विश्वास को मानने वाले इनसानों ने जाति की लड़ाई की है! हमें कारण मिल जाता है, हमेशा! आह! महाराष्ट्र बंद."
विशाल ददलानी ने ट्वीट किया, "जाति और धर्म वास्तव में लोगों के बीच सबसे निंदनीय, सबसे 'राष्ट्र-विरोधी" विभाजन हैं। जो लोग इन बेवकूफ और पुरानी लाइनों के साथ मानवता को विभाजित करने की तलाश में रहते हैं, वह जीवन और मृत्यु दोनों में अनन्त दु:खों का सामना करते हैं।"
बता दें कि भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ से जुड़े कार्यक्रम के बाद भड़की हिंसा के विरोध में बुलाए गए महाराष्ट्र बंद को भारिप बहुजन महासंघ नेता और बी आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने वापस ले लिया है. प्रकाश अंबेडकर ने राज्य सरकार पर दो दिन पहले पुणे जिले के भीमा कोरेगांव गांव में हिंसा रोकने में ‘विफल’ रहने का आरोप लगाते हुए बंद का आह्वान किया था.
फिल्मकार अशोक पंडित ने ट्वीट किया, 'हिंसा के डर की वजह से कर्मचारी अपने काम पर नहीं पहुंच पाए जिसके कारण फिल्म सिटी, मध और अन्य स्थानों पर फिल्म और टीवी की शूटिंग रुक गई. यह दुखद है.'
वहीं निर्देशक अनुभव सिन्हा ने ट्वीट किया, 'मुझे नहीं पता कि मैं छोटे बच्चों को कैसे समझाऊं कि आज महाराष्ट्र में क्या हुआ. मुझे क्या कहना चाहिए ताकि वे समझ सकें? वे जानना चाहते हैं.' वहीं राहुल ढोलकिया ने ट्वीट किया, "जातीय राजनीति, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति और वर्ग की राजनीति, अंतत: भारत को नष्ट कर देगी. शासन करने की शक्ति खतरनाक है! सिनेमा नहीं मारता, राजनीति मारती है.'
पिछले दिनों फिल्म 'फुकरे 2' में नजर आए एक्टर पुलकित सम्राट ने भी इस स्थिति पर अपना विरोध प्रदर्शित किया है. पुलकित ने ट्वीट किया, 'और अब एक ही विश्वास को मानने वाले इनसानों ने जाति की लड़ाई की है! हमें कारण मिल जाता है, हमेशा! आह! महाराष्ट्र बंद."
विशाल ददलानी ने ट्वीट किया, "जाति और धर्म वास्तव में लोगों के बीच सबसे निंदनीय, सबसे 'राष्ट्र-विरोधी" विभाजन हैं। जो लोग इन बेवकूफ और पुरानी लाइनों के साथ मानवता को विभाजित करने की तलाश में रहते हैं, वह जीवन और मृत्यु दोनों में अनन्त दु:खों का सामना करते हैं।"
बता दें कि भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ से जुड़े कार्यक्रम के बाद भड़की हिंसा के विरोध में बुलाए गए महाराष्ट्र बंद को भारिप बहुजन महासंघ नेता और बी आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने वापस ले लिया है. प्रकाश अंबेडकर ने राज्य सरकार पर दो दिन पहले पुणे जिले के भीमा कोरेगांव गांव में हिंसा रोकने में ‘विफल’ रहने का आरोप लगाते हुए बंद का आह्वान किया था.
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