नई दिल्ली: सिंगिंग रियलिटी शो 'द वॉयस इंडिया किड्स' सीजन 2 मानसी सहारिया के नाम रहा. रविवार रात हुए ग्रैंड फिनाले में 11 साल की मानसी ने सीजन की ट्रॉफी के साथ 25 लाख रुपये अपने नाम किए. मानसी सिंगर और मेंटॉर पलक मुच्छल की टीम से थीं. असम की रहने वाली मानसी की ग्रैंड फिनाले में टक्कर श्रुति गोस्वामी, सकीना मुखिया, गुंतास कौर, निलांजना रॉय और मोहम्मद फाजिल से हुई. इन सभी को पछाड़ मानसी ने सीजन की ट्रॉफी अपने नाम की है.
जीत की खुशी जाहिर करते हुए मानसी कहती हैं, "सबसे पहले मैं अपने गांव के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा जो हमेशा मेरी प्रतिभा में विश्वास करते थे और मेरे सपनों का समर्थन करते रहे. कोच पलक ने मेरी प्रतिभा को उभरा है, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करती हूं. न सिर्फ उन्होंने मेरी ट्रेनिंग के लिए समय और एनर्जी दी. साथ ही इस पूरी जर्नी में मुझे प्रेरित भी किया. वॉयस ऑफ इंडिया किड्स ने मुझे विश्वास दिलाया कि प्रतिभा को उसका मंच मिल ही जाता है. मैंने इस मंच से दोस्ती, प्यार, सम्मान और एक शिक्षक हासिल किया."
असम के छोटे से जिले में रहने वाली मानसी एक ऐसे गांव से ताल्लुक रखती हैं, जिसकी कुल आबादी 300 है. तीन साल की उम्र से उन्हें सिंगिंग का शौक था. लेकिन छोटी जगह में रहने की वजह से वह पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं ले पाईं. ऑनलाइन वीडियो देख उन्होंने गायकी सीखी और कड़ी मेहनत के बदौलत सीजन की ट्रॉफी अपने नाम की.
जीत की खुशी जाहिर करते हुए मानसी कहती हैं, "सबसे पहले मैं अपने गांव के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा जो हमेशा मेरी प्रतिभा में विश्वास करते थे और मेरे सपनों का समर्थन करते रहे. कोच पलक ने मेरी प्रतिभा को उभरा है, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करती हूं. न सिर्फ उन्होंने मेरी ट्रेनिंग के लिए समय और एनर्जी दी. साथ ही इस पूरी जर्नी में मुझे प्रेरित भी किया. वॉयस ऑफ इंडिया किड्स ने मुझे विश्वास दिलाया कि प्रतिभा को उसका मंच मिल ही जाता है. मैंने इस मंच से दोस्ती, प्यार, सम्मान और एक शिक्षक हासिल किया."
असम के छोटे से जिले में रहने वाली मानसी एक ऐसे गांव से ताल्लुक रखती हैं, जिसकी कुल आबादी 300 है. तीन साल की उम्र से उन्हें सिंगिंग का शौक था. लेकिन छोटी जगह में रहने की वजह से वह पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं ले पाईं. ऑनलाइन वीडियो देख उन्होंने गायकी सीखी और कड़ी मेहनत के बदौलत सीजन की ट्रॉफी अपने नाम की.
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