नई दिल्ली: चीन से लेकर पाकिस्तान सीमा तक भारतीय वायुसेना अब तक सबसे बड़ा युद्धाभ्यास गगन शक्ति कर रही है. मकसद है भले ही फिलहाल युद्ध ना हो रहा हो लेकिन तैयारियों में कोई कसर ना छोड़ी जाए.
भारतीय वायुसेना का अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास में करीब 600 लड़ाकू विमानों के साथ ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर्स को मिला दें तो इस युद्धाभ्यास में करीब 1100 विमानों-हेलीकॉप्टरों ने हिस्सा लिया है. इनमें तेजस, सुखोई 30, मिग, जगुआर, मिराज- सब शामिल हैं. अभ्यास का फोकस पाकिस्तान और चीन से लगी सीमा पर कार्रवाई की तैयारी करना है.
रिटायर एयर कमांडर त्रिलोक चंद ने कहा कि चीन और पाकिस्तान के साथ हालात ठीक नही है अभ्यास उसी के मुताबिक हो रहा है. कही भी ऑपरेशन करना हो कमांडोज तैयार हैं. पैराशूट की मदद से कही भी कार्रवाई कर सकते हैं. आसमान में ही विमान में फ्यूल भरने का भी अभ्यास किया गया. अभ्यास में वायुसेना के सभी ऑपरेशनल कमांड हिस्सा ले रहे है.
विंग कमांडर आयुष रावत ने बताया कि अभ्यास के लिए दो सेनाएं बनाई गई हैं और इलाक़े भी बंटे हुए हैं. यानी बिल्कुल युद्ध की शक्ल में अभ्यास जारी है. इस अभ्यास में वायुसेना में हाल में फाइटर पायलट बनीं तीनों महिलाएं शामिल हैं.
भारतीय वायुसेना का अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास में करीब 600 लड़ाकू विमानों के साथ ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर्स को मिला दें तो इस युद्धाभ्यास में करीब 1100 विमानों-हेलीकॉप्टरों ने हिस्सा लिया है. इनमें तेजस, सुखोई 30, मिग, जगुआर, मिराज- सब शामिल हैं. अभ्यास का फोकस पाकिस्तान और चीन से लगी सीमा पर कार्रवाई की तैयारी करना है.
रिटायर एयर कमांडर त्रिलोक चंद ने कहा कि चीन और पाकिस्तान के साथ हालात ठीक नही है अभ्यास उसी के मुताबिक हो रहा है. कही भी ऑपरेशन करना हो कमांडोज तैयार हैं. पैराशूट की मदद से कही भी कार्रवाई कर सकते हैं. आसमान में ही विमान में फ्यूल भरने का भी अभ्यास किया गया. अभ्यास में वायुसेना के सभी ऑपरेशनल कमांड हिस्सा ले रहे है.
विंग कमांडर आयुष रावत ने बताया कि अभ्यास के लिए दो सेनाएं बनाई गई हैं और इलाक़े भी बंटे हुए हैं. यानी बिल्कुल युद्ध की शक्ल में अभ्यास जारी है. इस अभ्यास में वायुसेना में हाल में फाइटर पायलट बनीं तीनों महिलाएं शामिल हैं.
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