बिहार रेप पीड़िता के पिता ने लगाई गुहार , राजनीतिक हैसियत से जान को खतरा - Bihar rape survivors father makes appeal

व्‍हाट्सऐप पर मदद मांगने वाली बिहार की 15 वर्षीय लड़की ने दावा किया है कि उसके कथित बलात्‍कारी की राजनीतिक हैसियत से उसकी जान को खतरा है, पीड़ि‍ता के आरोपों में कुछ तो दम है.

विधायक राज बल्‍लभ यादव ने गुरुवार अपनी पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल के प्रमुख सुबह लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. संदेश साफ था, स्‍कूली छात्रा का रेप करने वाले और फरवरी तक पहले से ही 10 मामलों में नामजद राज बल्‍लभ यादव की पहुंच काफी ऊपर तक है.

हालांकि, लालू यादव ने मुलाकात पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया. राज बल्‍लभ यादव ने कहा कि वो दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देने आए थे. उन्‍होंने यह भी कहा कि राज्‍य सरकार ने उन्‍हें वापस जेल भेजने की जो अपील की है, वह उससे नाराज नहीं हैं. उनकी पार्टी राजद भी राज्‍य सरकार का हिस्‍सा है.

सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी.

सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.'

नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.  

अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है.

हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं.
Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment