नई दिल्ली: दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान अहमद का निधन हो गया. अबू धाबी में इलाज के दौरान सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. एक हफ्ते पहले ही उन्होंने अपना 37वां जन्मदिन मनाया था. बता दें कि कुछ महीने पहले इमान इलाज के लिए मुंबई आई थीं. एक वक्त में इमान का वजन 500 किलो था.
अबू धाबी के बुर्जील हॉस्पिटल के अधिकारियों का कहना है कि किडनी के काम बंद कर देने और दिल संबंधी बीमारियों के कारण इमान की मौत हुई. इमान को 20 डॉक्टरों की टीम के तहत रखा गया था. वे उसके मेडिकल कंडीशन पर नजर रखे हुए थे. बता दें कि इमान मिस्त्र की रहने वाली थीं. इमान को बचपन से थायरॉयड था. इसके चलते एक वक्त में उनका वजन 250 किलो हो गया था. कुछ महीने पहले उन्हें इलाज के लिए मुंबई के सैफी हॉस्पिटल लाया गया था.
मिस्त्र की रहने वाली इमान अहमद का वजन 5 किलोग्राम था. 11 साल की उम्र से उनका वजन अचानक बढ़ने लगा. इसकी वजह से उन्हें कई बीमारियों ने घेर लिया और अगले 25 साल तक इमान अपने घर से बाहर नहीं निकल पाईं. इमान को डायबिटीज, किडनी डिस्ऑर्डर, हाइपरटेंशन, थाइरॉयड, वाटर रिटेंशन, ऑब्स्ट्रक्टिव और फेफड़ों की बीमारी हो गई. डॉक्टर्स ने कुछ महीने पहले कहा था कि अगर इमान का वजन कम नहीं हुआ तो जीवन भी खतरे में पड़ सकता है.
वजन कम करने के लिए इमान की सर्जरी की गई थी. वजन 498 किलो से 250 किलो पर आ गया था. 25 साल से बिस्तर पर रहने के कारण उनके पैरों की मसल्स काफी कमजोर हो गई थीं. इसके कारण उसका भी इलाज चल रहा था. इमान को नींद की भी समस्या थी. भारत आने से पहले वो सिर्फ एक घंटे ही सो पाती थीं.
अबू धाबी के बुर्जील हॉस्पिटल के अधिकारियों का कहना है कि किडनी के काम बंद कर देने और दिल संबंधी बीमारियों के कारण इमान की मौत हुई. इमान को 20 डॉक्टरों की टीम के तहत रखा गया था. वे उसके मेडिकल कंडीशन पर नजर रखे हुए थे. बता दें कि इमान मिस्त्र की रहने वाली थीं. इमान को बचपन से थायरॉयड था. इसके चलते एक वक्त में उनका वजन 250 किलो हो गया था. कुछ महीने पहले उन्हें इलाज के लिए मुंबई के सैफी हॉस्पिटल लाया गया था.
मिस्त्र की रहने वाली इमान अहमद का वजन 5 किलोग्राम था. 11 साल की उम्र से उनका वजन अचानक बढ़ने लगा. इसकी वजह से उन्हें कई बीमारियों ने घेर लिया और अगले 25 साल तक इमान अपने घर से बाहर नहीं निकल पाईं. इमान को डायबिटीज, किडनी डिस्ऑर्डर, हाइपरटेंशन, थाइरॉयड, वाटर रिटेंशन, ऑब्स्ट्रक्टिव और फेफड़ों की बीमारी हो गई. डॉक्टर्स ने कुछ महीने पहले कहा था कि अगर इमान का वजन कम नहीं हुआ तो जीवन भी खतरे में पड़ सकता है.
वजन कम करने के लिए इमान की सर्जरी की गई थी. वजन 498 किलो से 250 किलो पर आ गया था. 25 साल से बिस्तर पर रहने के कारण उनके पैरों की मसल्स काफी कमजोर हो गई थीं. इसके कारण उसका भी इलाज चल रहा था. इमान को नींद की भी समस्या थी. भारत आने से पहले वो सिर्फ एक घंटे ही सो पाती थीं.
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